मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू देंगी अखिलेश यादव को सीधी टक्कर

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Aparna Yadav

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की छोटी बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) के एक बयान ने हलचल मचा दी है। अपर्णा यादव (Aparna Yadav) लखनऊ की कैंट सीट से हिस्सेदार मानी जा रही हैं, लेकिन अब उन्होंने कहा कि यदि उन्हें बीजेपी सरकार करहल से टिकट देती है तो वह वहां से भी लड़ने के लिए तैयार हैं। बता दे कि, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) करहल से चुनाव लड़ रहे हैं। जहा से अपर्णा यादव उनके खिलाफ चुनाव लड़ सकती है।

अपर्णा यादव 19 जनवरी 2022 को दिल्ली में बीजेपी में शामिल हुई थी। उन्हें दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। बताया जा रहा है कि अपर्णा यादव को लखनऊ कैंट से टिकट ना मिलने से अखिलेश यादव से नाराज थीं।

करहल है,समाजवादी पार्टी का गढ़

1989 से ही करहल में समाजवादी पार्टी का दबदबा रहा है। 2017 में भी यहां समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सोवरन सिंह यादव की जीत हुई थी। यहां से भाजपा सिर्फ एक बार 2002 में ही जीत हासिल कर पाई थी।

मुलायम सिंह यादव की बहु अपर्णा यादव ने 2017 में सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वो बीजेपी की प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी से चुनाव हार गई थीं। 2017 से अब तक वो कैंट इलाके में सक्रिय हैं। वहां के सभी कार्यक्रमों में शरीख होती हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि उनका प्रबल दावा कैंट सीट पर ही है। लेकिन कैंट सीट पर बीजेपी सरकार की नजर है, ऐसे में ये भी माना जा रहा है कि, भाजपा अपर्णा यादव को चुनाव ना लड़ाकर एमएलसी बना दे।

अपने जीवन के फैसले खुद लेती है,अपर्णा

अपर्णा यादव ने जब शादी को तो अपनी ही मर्जी से की थी, सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक यादव से उन्हें प्यार हुआ। दोनों ने शादी भी की। समाजवादी पार्टी में रहते हुए अपर्णा यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कामकाज करने के तरीके की तारीफ भी की है।कान्हा उपवन में वो योगी आदित्यनाथ के साथ नजर आईं। उनके परिवार में जब भी कलह कलेश मची तो वो ज्यादातर शिवपाल सिंह के पक्ष में खड़ी नजर आईं। अपर्णा अपने जीवन के फैसले खुद लेती हैं और अब वो बीजेपी की सरकार में शामिल हो गई हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी सरकार अपर्णा यादव को ट्रंप कार्ड की तरह इस्तेमाल करेगी।