कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन देश के उन सभी रेलवे स्टेशनों में से एक है। जिसमें विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी है। इसके लिए इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन (Indian Railway Development Corporation) ने काम करना प्रारंभ कर दिया था, लेकिन उसके समाप्त होने के बाद यह जिम्मेदारी जोनल रेलवे को सौंपी गई है। उत्तर मध्य रेलवे के दो रेलवे स्टेशन प्रयागराज और कानपुर सेंट्रल का पुनर्विकास होना है। कानपुर सेंट्रल के लिए 350 करोड़ रुपये की आवश्यकता है।
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का मॉडल तीन साल पहले तैयार किया गया था। रेलवे ने इस काम की जिम्मेदारी आइआरएसडीसी (IRSDC) को सौंपी थी। आइआरएसडीसी (IRSDC) ने रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का खाका तैयार किया था, लेकिन जब काम करने की शुरुआत हुई थी तब भंग कर दिया गया था। इसके बाद से ही कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन को विकसित करने की जिम्मेदारी सीधे जोनल रेलवे पर आ गई है,और उसे अब कार्य करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सेंट्रल स्टेशन का पुनर्विकास करने के लिए करीब 350 करोड़ रुपये चाहिए । वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) ने बजट में रेलवे के लिए 1,40,367 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है। ऐसे में आशा है कि ,बजट से सेंट्रल स्टेशन के पुनर्विकास के लिए भी 350 करोड़ रुपये मिलेंगे तो आने वाले समय में सेंट्रल स्टेशन की तस्वीर बदल जाएगी ।
कैंट और सिटी साइड का भवन प्लेटफार्म के उपर से जुड़ेगा
जिस तरह से एक एयरपोर्ट पर व्यवस्था होती है कि, विमान आने पर ही यात्री पहुंचते हैं। ऐसा ही अब कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन में भी होगा । इसके लिए कैंट और सिटी साइड के भवन को प्लेटफार्म के ऊपर से जोड़ा जाएगा। जहा उपर ही यात्रिगणों के रुकने की व्यवस्था होगी, ताकि जब ट्रेन आए तभी यात्री भी प्लेटफार्म पर आएं। एंट्री और एग्जिट का रास्ता अलग – अलग होगा । इससे प्लेटफार्म पर भीड़ नहीं होगी,और किसी को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
बता दे कि रेलवे अधिकारी का कहना हैं कि, सेंट्रल स्टेशन (Central Station) के पुनर्विकास में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध होंगी । जो निर्माण से अगले साठ वर्ष तक सेवा देने में सक्षम होंगी । इसके लिए विषय विशेषज्ञों से आधुनिक तकनीक पर आधारित ले आउट तैयार कराया गया था ।
यह व्यवस्था होनी है उपलब्ध
- वीआईपी (VIP) ट्रेन के लिए 3 नए प्लेटफार्म होंगे।
- रोड साइड स्टेशन की सुविधा होगी ताकि यात्रीगण सीधे स्टेशन पर जा सके।
- बहुउद्देशीय भवन में सिटी सेंटर थ्री स्टार होटल (Three Star Hotel) और यात्रीघर की व्यवस्था।
- सभी प्लेटफार्म पर लिफ्ट की सुविधा व स्वचालित सीढिय़ां होगी।
- घंटाघर में बनने वाले मेट्रो स्टेशन तक होगा रास्ता
- कैंट और सिटी साइड के एंट्री की डिजाइन एक जैसी ही होगी।
- स्टेशन में एंट्री और एग्जिट के लिए अलग-अलग रास्ते होंगे।
- स्टेशन पर साफ – सफाई की विशेष ध्यान दी जाएगी।
- आरक्षण बुकिंग काउंटर की सुविधा एक ही छत के नीचे होगा।
- कैंट साइड में मल्टीस्टोरी पार्किंग की सुविधा
- संचार सुविधाओं की सुविधा होगी।