सरकार ने आज कहा कि इस साल हज (Haj) के दौरान सऊदी अरब (Saudi Arabia) में 98 भारतीयों की मौत हुई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सभी मौतें “प्राकृतिक कारणों” से हुई हैं। सरकार ने कहा कि इस साल अब तक 1,75,000 भारतीय हज के लिए सऊदी अरब जा चुके हैं। मंत्रालय ने कहा, “हम वहां भारतीयों के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।”
करीब 10 देशों ने हज (Haj) के दौरान 1,081 लोगों की मौत की सूचना दी है। हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है, जिसे सभी मुसलमानों को कम से कम एक बार पूरा करना ही होता है। हज (Haj), जिसका समय चंद्र इस्लामी कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होता है, इस साल भी सऊदी अरब में गर्मी के मौसम में हुआ।
इस तीर्थयात्रा में कई घंटे पैदल चलना और प्रार्थना करना शामिल है, जबकि इस सप्ताह सऊदी में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस (125 फ़ारेनहाइट) तक पहुँच गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गणना की है कि गर्मी से हर साल कम से कम पाँच लाख लोग मरते हैं, लेकिन चेतावनी दी है कि वास्तविक आँकड़ा 30 गुना अधिक हो सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union health ministry) ने आज एक दस्तावेज़ का अनावरण किया, जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं के लिए रोडमैप और तीर्थयात्रियों द्वारा उन सेवाओं का लाभ कैसे उठाया जा सकता है, इसकी रूपरेखा दी गई है।
चिकित्सा देखभाल व्यवस्था में भारत में हज (Haj) आवेदकों के स्वास्थ्य और फिटनेस का आकलन करने के लिए उपयोग किए जाने वाले मेडिकल स्क्रीनिंग और फिटनेस प्रमाणपत्र को संशोधित करना, चुनिंदा तीर्थयात्रियों को उनकी यात्रा के लिए स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करना, टीकाकरण शिविरों के आयोजन के लिए राज्यों को टीके प्रदान करना, आरोहण बिंदुओं पर स्वास्थ्य डेस्क स्थापित करना, स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति और विभिन्न स्थलों पर चिकित्सा बुनियादी ढाँचा स्थापित करना शामिल है।