दक्षिण भारत के कई राज्यों में इस वक्त भारी बारिश के कारण जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस बारिश का कारण ‘मिचौंग’ तूफान को माना जा रहा है जो कि जल्द ही एक चक्रवात का रूप ले सकता है। मौसम विभाग की ओर से भी इस चक्रवात को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
चक्रवात मिचौंग के तट के करीब पहुंचने से चेन्नई के कई हिस्सों में तेज भारी बारिश हुई। इसके साथ ही कांचीपुरम के कई हिस्सों में भी बारिश हो रही है। तमिलनाडु में भारी बारिश के बाद गंभीर जलजमाव के बाद एनडीआरएफ की टीम ने पीरकनकरनई और पेरुंगलथुर के पास तांबरम क्षेत्र से लगभग 15 लोगों को रेस्क्यू किया। तमिलनाड में खतरे के स्तर से ऊपर बह रहे पानी को देखते हुए सुरक्षा कारणों से बेसिन ब्रिज और व्यासरपाडी के बीच पुल नंबर 14 को निलंबित कर दिया गया है।
वही दक्षिण भारत के राज्यों में खतरा पैदा करने वाले इस चक्रवात को ‘मिचौंग’ नाम देने का फैसला म्यांमार की ओर से प्रस्तावित किया गया था। मिचौंग नाम दृढ़ता और लचीलेपन को दर्शाता है। ये साल 2023 में हिंद महासागर में बनने वाला छठा और बंगाल की खाड़ी में बनने वाला चौथा चक्रवाती तूफान होगा।
मौसम विभाग की अपडेट के मुताबिक, चक्रवाती तूफान मिचौंग 3 दिसंबर की रात को चेन्नई से 150 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित है। इसके उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने, तीव्र होने और 5 दिसंबर की सुबह के दौरान नेल्लोर और मछलीपट्टनम (आंध्र प्रदेश) के बीच गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में बदलने की संभावना है। इस चक्रवात के कारण ओडिशा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाओं का खतरा बना हुआ है।