Mercenary Spyware हमले से भारत समेत 91 देशों के Apple यूजर्स को खतरा, कंपनी ने की चेतावनी जारी

इस अटैक से सलेक्टेड यूजर्स को ईमेल कर निशाना बनाया जा रहा है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एपल से बारे में अधिक जानकारी के लिए मेल किया जिसके जवाब में कंपनी ने कहा कि यह अटैक आईफोन यूजर्स के लिए खतरा साबित हो सकता है।आइये जानते है पूरी खबर।

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Apple ने भारत समेत 91 देशों के यूजर्स को स्पाईवेयर हमले को लेकर चेतावनी जारी की है। एपल का कहना है कि यूजर्स Mercenary Spyware Attack का शिकार हो सकते हैं, जो यूजर्स की प्राइवेसी के लिए खतरा हो सकता है। इस स्पाईवेयर का इस्तेमाल सलेक्टेड यूजर्स को टारगेट बना कर किया जा रहा है। कंपनी ने ईमेल कर यूजर्स को इस खतरे के बारे में जानकारी दी है। टेक दिग्गज कंपनी Apple का कहना है कि भारत समेत दुनिया के 91 देशों के यूजर्स Mercenary Spyware Attack से खतरे में है। इस अटैक से सलेक्टेड यूजर्स को ईमेल कर निशाना बनाया जा रहा है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एपल से बारे में अधिक जानकारी के लिए मेल किया जिसके जवाब में कंपनी ने कहा कि यह अटैक आईफोन यूजर्स के लिए खतरा साबित हो सकता है।आइये जानते है पूरी खबर।

क्या है Mercenary Spyware अटैक ?

  • समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, एप्पल ने अपने ईमेल में कहा है कि यह स्पाई अटैक आईफोन यूजर्स के लिए खतरा साबित हो सकता है। iPhone को रिमोटली कंप्रोमाइज किया जा सकता है।
  • ईमेल में यह भी बताया गया है कि Mercenary spyware अटैक रेगुलर साइबरक्रिमिनल एक्टिविटी और दूसरे मालवेयर अटैक की तुलना में काफी एडवांस है, जो अब तक देखने को नहीं मिला है।

Apple पहले भी कर चुका है चेतावनी जारी

iPhone बनाने वाली कंपनी 2021 से अब तक कई बार इस तरह के हमलों के लेकर यूजर्स को चेतावनी जारी कर चुकी है। एपल अब तक 150 से अधिक देशों के यूजर्स को इस तरह की चेतावनी जारी कर चुकी है। अक्टूबर 2023 में कुछ भारतीय सांसदों ने सोशल मीडिया पर Apple की ओर से जारी ऐसे ही ईमेल के स्क्रीन शॉट शेयर किए थे। इसमें कहा गया था, ‘Apple का मानना ​​है कि आपको स्टेट स्पॉन्सर (सरकार) अटैक द्वारा टारगेट किया जा रहा है, जो आपके Apple ID से जुड़े iPhone से रिमोटली कॉम्प्रोमाइज करने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में जब सरकार ने कंपनी जवाब मांगे तो उसने मेल में जिस खतरे का जिक्र किया था उससे लिए किसी भी ‘स्पेसिफिक स्टेट स्पॉन्सर अटैकर्स’ को जिम्मेदार नहीं बताया।