UP: बुधवार को मेरठ (Meerut) के कैंट इलाके से अग्निवीर भर्ती के नाम पर युवाओं को ठगने वाला फर्जी मेजर पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। फ़र्जी मेजर और उसकी गैंग के सदस्यों के द्वारा कई युवाओं को अग्निवीर भर्ती के नाम पर ठगा जा चुका है। आरोपी के पास से कई फर्जी दस्तावेज, सेना की वर्दी, कैंटीन कार्ड और फर्जी सेना का कार्ड बरामद किया गया है। हालाँकि इस बाबत सेना के सैन्य अधिकारियों से बातचीत नहीं की जा सकी।
सेना की वर्दी में दिया ठगी को अंजाम
आर्मी इंटेलिजेंस से छह युवकों ने शिकायत की थी की अग्निवीर भर्ती के बहाने एक व्यक्ति द्वारा लोगो को ठगा जा रहा है। बुधवार को आर्मी इंटेलिजेंस को सूचना मिली की आरोपी गणेश आर्मी यूनिफार्म में कैंट एरिया में घूम रहा है। सूचना मिलने पर आर्मी इंटेलिजेंस ने आरोपी की घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया, जिसमे खुलासा हुआ है की फर्जी मेजर बनकर युवाओं को ठगने वाला गणेश नामक व्यक्ति है, जो अपनी गैंग के साथ मिलकर इन घटनाओं को अंजाम देता था। गणेश के गिरोह में चार पांच सदस्य थे। जो सेना में भर्ती के नाम युवाओं से चार से पांच लाख रूपए तक ठग लेते थे। आरोपी गणेश इन युवाओं से वर्दी में मुलाकात करता था और दस्तावेज अपने कब्जे में कर लेते थे।
फर्जी मेजर बन घूमा देश की कई छावनियों में
पूछताछ में आरोपी गणेश ने बताया की वह फर्जी मेजर बनकर देश की विभिन्न छावनियों में घूम चुका है। सेना की वर्दी में वह मेरठ (Meerut) सहित पंजाब, हरियाणा, अम्बाला जैसी कई छावनियों में जा चुका है। वही आर्मी इंटेलिजेंस को आरोपी गणेश के मोबाइल से उसकी हरियाणा के एक विधायक के साथ फोटो भी मिली जिसके बारे में गणेश ने बताया की वह सेना की वर्दी में विधायक से मिलने उनके दफ्तर गया और खुद को सेना में मेजर बताकर उनसे मेलजोल बढ़ाया। पूछताछ में आरोपी ने बताया की वह मूलरूप से पंचकुला के पिंजौरा गार्डन का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर लिया है।