Kaushambi: बीएड पास आउट अभ्यर्थियों ने बुधवार को जिला मुख्यालय मंझनपुर (Manjhanpur) के डायट मैदान में प्रदर्शन कर अपना एक सूत्रीय मांग पत्र डीएम के जरिए एनसीटीई के अध्यक्ष को भेजा है। अभ्यर्थियों ने मांग की है कि सरकार एक अध्यादेश बिल पारित कर बीएड अभ्यर्थियों को पुनः प्राथमिक शिक्षक भर्ती के योग्य बनाए अन्यथा देश के करोड़ों बीएड डिग्रीधारी प्रतियोगी छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।
मंझनपुर (Manjhanpur) डायट मैदान मे शिक्षा विभाग कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे बीएड अभ्यर्थियों ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) और भारत सरकार के द्वारा 28 जून 2018 को जारी आधिकारिक राज पत्र के अनुसार ही अपनी बीएड की डिग्री पूरी की है। राजपत्र में बीएड अभ्यर्थी देश के प्राथमिक विध्यालयों के शिक्षक बनने की पूरी योग्यता रखते हैं।
11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने एनसीटीई के राजपत्र को असंवैधानिक करार देने वाले राजस्थान हाई कोर्ट के 25 नवम्बर 2021 के निर्णय को ही मान्य कर दिया है। सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद से बीएड अभ्यर्थी प्राइमरी शिक्षक बनकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कार्य से वंचित हो गए हैं। सभी प्रदर्शनकारी बीएड बेरोजगारों ने प्रदर्शन कर अपनी मांग का पत्र डीएम को सौपा है।