मणिपुर पुलिस ने Assam Rifles के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा

मणिपुर सरकार ने सोमवार को एक आदेश जारी कर बिष्णुपुर जिले के मोइरंग लमखाई में चेक-गेट पर असम राइफल्स की जगह राज्य पुलिस और सीआरपीएफ को तैनात कर दिया।

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Assam Rifles

मणिपुर पुलिस (Manipur Police) ने असम राइफल्स (Assam Rifles) की नौवीं बटालियन के जवानों पर बिष्णुपुर जिले में उनकी आवाजाही को रोकने का आरोप लगाते हुए एक प्राथमिकी दर्ज की है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि असम राइफल्स (Assam Rifles) के जवानों ने अपने अधिकारियों के नेतृत्व में पिछले हफ्ते क्वाक्टा गोथोल रोड पर पुलिस वाहनों को रोक दिया था। जब पुलिस उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चलाने जा रही थी।

हालांकि, असम राइफल्स (Assam Rifles) के अधिकारियों ने कहा कि अर्धसैनिक बल के जवान लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और कुकी और मैतेई कैडरों के बीच झड़पों को रोकने के लिए कमांड मुख्यालय द्वारा सौंपे गए अपने कार्य को पूरा कर रहे थे।

वही इस बीच, मणिपुर इंटीग्रिटी कोआर्डिनेशन कमिटी (Manipur Integrity Coordination Committee) और मीरा पैबी सहित विभिन्न मैतेई संगठनों के बाद राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने भी मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से असम राइफल्स को राज्य में किसी अन्य केंद्रीय अर्धसैनिक बल के साथ बदलने का आग्रह किया।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ए.शारदा देवी और उपाध्यक्ष चिदानंद द्वारा संयुक्त रूप से हस्ताक्षरित एक पत्र में कहा गया है, ‘जातीय अशांति के संबंध में और राज्य में शांति बनाए रखने में असम राइफल्स की भूमिका काफी आलोचना और सार्वजनिक आक्रोश के तहत रही है।’

मणिपुर सरकार ने सोमवार को एक आदेश जारी कर बिष्णुपुर जिले के मोइरंग लमखाई में चेक-गेट पर असम राइफल्स की जगह राज्य पुलिस और सीआरपीएफ को तैनात कर दिया, क्योंकि पिछले हफ्ते वहां ताजा हिंसा भड़की थी।