आमतौर पर लोग व्रत में सिंघाड़े का हलवा, साबूदाने की खिचड़ी और आलू का सेवन करते हैं। खास कर के लोग साबूदाने की खिचड़ी को ज्यादा पसंद करते हैं। तो क्या आप एक ही तरह के व्यंजन को बनाकर थक चुकी हैं, तो क्यों न इस बार कुछ नया बनाया जाए। तो व्रत के दौरान आप आमतौर पर बनाए जाने वाले व्रत के व्यंजनों से हटकर स्वादिष्ट कुट्टू की खिचड़ी बना सकते है। पोषक तत्वों से भरपूर कुट्टू के आटे को लोग अक्सर व्रत में इस्तेमाल करते हैं, परंतु कुट्टू के दाने का इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है। हालांकि, साबुत कुट्टू भी काफी पौष्टिक होता है। इसका सेवन व्रत में आपके लिए काफी फायदेमंद रहेगा। साथ ही आप इसे अपनी नियमित डाइट का भी हिस्सा बना सकती हैं। तो चलिए जानते हैं, किस तरह तैयार करनी है कुट्टू के दानों की खिचड़ी।
सामग्री
- कुट्टू – 1 कप
- मूंगफली – 1/4 कप भुनी हुई (दरदरी पिसी हुई)
- घी – 4 चम्मच
- जीरा – 1/4 चम्मच
- हरी मिर्च – 2 (बारीक कटी हुई)
- अदरक – 1 इंच (कसा हुआ)
- आलू – 2 (छोटे टुकड़ों में कटा हुआ)
- चीनी – 1/2 चम्मच
- सेंधा नमक (स्वादानुसार)
- हरा धनिया – 4 चम्मच (बारीक कटा हुआ)
- पानी
निर्देश
- सबसे पहले एक कड़ाही को माध्यम आंच पर चढ़ा दें। उसमें घी डालें और घी गर्म हो जाने पर जीरा डाल दें।
- फिर हरी मिर्च और अदरक डालकर 20 से 30 सेकंड तक भूने।
- अब इसमें आलू के टुकड़े डालें और उसे 2 से 3 मिनट तक अच्छे से भूने।
- उसके बाद इसमें दरदरी पिसी हुई मूंगफली को डाल दें। अब इसे भी लगभग 30 सेकंड तक भूने।
- इधर कुट्टू को अच्छे से धुलें और कढ़ाही में डाल दें। अब सभी सामग्री को एक साथ 1 से 2 मिंट तक भूने।
- फिर इसमें चीनी और सेंधा नमक मिलाएं। और ऊपर से पानी डाल दें।
- पैन को ढक दें। और बीच बीच मे ढक्कन हटाकर खिचड़ी को चलाती रहें।
- फिर जब खिचड़ी सारा पानी सोख ले और कुट्टू अच्छी तरह से पक जाए।
- तो आखिर में धनिया पत्थर डालकर इसे एक आखरी बार चलाएं और गैस को बंद कर दें।
- आपके कुट्टू की खिचड़ी बनकर तैयार है, इस पर नींबू निचोड़ें और गर्मागर्म परोसें।