TMC सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में बुरी तरह से घिरीं हुई हैं। उन पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से महंगे तोहफे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगा है। जिसके बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने उनके खिलाफ लोकसभा की एथिक्स कमेटी में शिकायत दर्ज करवाई थी। महुआ मोइत्रा के खिलाफ लगे आरोपों पर ड्राफ़्ट रिपोर्ट एडॉप्ट करने के लिए लोकसभा एथिक्स कमेटी की बैठक अब 7 की जगह 9 नवंबर को होगी।
सूत्रों के मुताबिक़, आचार समिति महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफ़ारिश कर सकती है। पहले यह बैठक सात नवंबर को होनी थी लेकिन अब तारीख को बढ़ाकर 9 नवंबर कर दिया गया है। पहले खबर आई थी कि ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ मामले की सुनवाई कर रही संसद की एथिक्स कमेटी अपनी ड्राफ्ट रिपोर्ट पर विचार करने और उसे एडाप्ट करने के लिए सात नवंबर को बैठक करेगी। हालांकि अब 9 नवंबर को बैठक होगी.
एथिक्स कमेटी की जांच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत पर की गई है। निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अदाणी समूह को निशाना बनाने के लिए संसद में प्रश्न पूछने के एवज में उनके व्यापारिक प्रतिद्वंद्वी व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत ली है। निशिकांत दुबे की तरफ से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लिखे गए पत्र में महुआ मोइत्रा को संसद से तत्काल निलंबित करने की मांग की गई थी।
वहीं कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने अपने हलफनामे में महुआ मोइत्रा के संसदीय लॉगिन पर प्रश्न पोस्ट करने की बात स्वीकार की है। हालांकि कैश-फॉर-क्वेरी मुद्दे पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है। दर्शन हीरानंदानी ने दावा किया है कि उन्होंने महुआ मोइत्रा को गिफ्ट दिए थे। हालांकि महुआ मोइत्रा कैश-फॉर-क्वेरी के आरोपों को खारिज करती रही हैं। उन्होंने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने अपना संसदीय लॉगिन शेयर किया था। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि इसके उपयोग को नियंत्रित करने वाले किसी भी नियम के बारे में सदस्यों को नहीं बताया है।