शिवपुरी के गोवर्धन थाना क्षेत्र के गाजीगढ़ गांव में एक व्यक्ति ने चरित्र पर संदेह के चलते अपनी ही पत्नी की हसिया से गला काटकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया है कि हत्या के बाद आरोपी कई घंटों तक पत्नी के पास बैठा रहा। पुलिस ने बताया है कि गाजीगढ़ गांव में वृन्दावन आदिवासी पिता रामजी आदिवासी (35) अपनी पत्नी के चरित्र पर सवाल उठाता था।
मंगलवार रात को वृंदावन शराब पीकर घर पहुंचा और पत्नी से विवाद करने लगा। शराब पीकर रात में उसका पत्नी गिरजा से विवाद हुआ, इसके बाद पत्नी गिरजा अपने तीन बच्चों के साथ सो गई थी। लेकिन रात में हुए झगड़े के बाद वृंदावन रात भर जागता रहा। इसके बाद सुबह साढ़े पांच बजे वृंदावन ने सोती हुई पत्नी के गले को हासिए से काट दिया।
पुलिस ने बताया है कि वृंदावन के पिता रामजी आदिवासी पास में ही मकान में रहते थे। रामजी को गिरजा के बेटे की रोने की आवाज आई। इस आवाज के बाद जब वह काफी समय बाद भी चुप नहीं हुआ, तब रामजी ने अपनी पत्नी को बच्चे को दूध देने के लिए पहुंचाया। जहां सास के सामने उसकी बहू की लाश पड़ी हुई थी। बेटा खून से लथपथ हासिए के साथ पास में बैठा हुआ था।
अपने बेटा द्वारा पत्नी की हत्या के बाद इस बात की पूरी जानकारी वृंदावन की मां ने अपने पति रामजी को दी। इसके बाद गांव के चौकीदार की सूचना के बाद मौके पर गोवर्धन थाना पुलिस पहुंची। गोवर्धन थाना प्रभारी शिवनाथ सिंह सिकरवार ने बताया कि महिला के शव का पोस्टमॉर्टम कराकर आरोपी वृंदावन आदिवासी के खिलाफ हत्या की धारा में मामला पंजीबद्ध कर लिया है। इस मामले में आरोपी को पकड़ लिया गया है।