महान गायिका लता मंगेशकर की याद में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 14 टन वजनी 40 फुट की वीणा स्थापित है। विद्या की देवी मां सरस्वती से जुड़ा वाद्य यंत्र लता मंगेशकर चौक नामक प्रमुख चौराहे पर स्थापित है। बता दे कि लता जी के सम्मान में इस प्रमुख चौराहे नयाघाट को स्वर कोकिला लता मंगेशकर के नाम से जाना जाता है। स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस चौराहे को बनाने की घोषणा की थी।
लता मंगेशकर के नाम से बनाए गए इस चौराहे पर 10.8 मीटर लंबी और 12 मीटर ऊंची एक खूबसूरत वीणा भी लगाई गई है। ये विशाल वीणा प्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मश्री राम वी सुतार ने तैयार की है। ये वीणा इस चौराहे का मुख्य आकर्षण का केंद्र होने वाली है। इसके अलावा यहां पर अन्य वाद्य यंत्र भी लगाए गए हैं जिसमें लता मंगेशकर की सुरीली आवाज सुनाई देगी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लता मंगेशकर के जन्मदिन 28 सितंबर को इस चौराहे का उद्घाटन किया था।
लता मंगेशकर की बात करें तो अपने 70 साल के करियर में उन्होंने अलग-अलग भाषाओं में लगभग 50,000 से ज्यादा गाने गाए। अपने बेहतरीन नगमे के लिए उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और भारत रत्न से नवाजा गया। इसके अलावा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी उन्होंने रिकॉर्ड कायम किए। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की दिग्गज सिंगर लता मंगेशकर को सुर कोकिला कहा जाता है। अपने 70 सालों के लंबे करियर में लता मंगेशकर ने अलग-अलग भाषाओं में ना जाने कितने हिट गाने गाए हैं।