Lucknow: रची मां के प्रेमी की हत्या की साचिश, चाकू गोदकर काटा प्राइवेट पार्ट

सिद्धार्थ और अनुपम की दोस्ती इसी वर्ष फरवरी में हुई थी।

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Lucknow

महानगर में 5 मई की सुबह शहर कुकरैल बंधे पर मृत मिले गार्ड सिद्धार्थ तिवारी की हत्या उसी के दोस्त ने की थी। मर्डर के बाद सिद्धार्थ का गुप्तांग भी काट दिया गया था। दरअसल, मां के अवैध संबंध की जानकारी होने पर दोस्त ने प्रतिशोध की योजना बनाई थी। डीसीपी सेंट्रल की सर्विलांस सेल और महानगर पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद कर लिया है।

इंस्पेक्टर महानगर प्रशांत मिश्रा ने बताया कि पकड़ा गया आरोपित इटौंजा के जमखनवा निवासी अनुपम तिवारी है, जो मड़ियांव के ताड़ीखाना में मां और बड़े भाई के साथ किराए पर रहता था। एक गंभीर बीमारी की वजह से पिता इटौंजा में ही रहते थे। सिद्धार्थ का करीबी रिश्तेदार अतुल के साथ अनुपम मड़ियांव में एक कैंटीन में साथ काम करता था। अतुल के जरिए सिद्धार्थ और अनुपम की पहचान हुई। दोनों अक्सर सिद्धार्थ के घर जाते थे। इस दौरान अनुपम की मां को सिद्धार्थ ने प्रेम जाल में फंसा लिया। लगातार घर आने जाने पर अनुपम को सिद्धार्थ पर शक हो गया।

सिद्धार्थ और अनुपम की दोस्ती इसी वर्ष फरवरी में हुई थी। 2 मार्च को घर पहुंचे अनुपम ने किसी को मां के कमरे में देखा और चुपचाप घर से बाहर निकलकर खड़ा हो गया। कुछ देर बाद सिद्धार्थ को घर से निकलते देख उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। दोस्त के धोखे से आहत अनुपम ने देर रात तक अकेले शराब पी और सिद्धार्थ की हत्या का प्लान बनाया।

चेहरा कूचने के बाद काट दिया था गुप्तांग

पूछताछ में अनुपम ने बताया कि क्योंकि सिद्धार्थ फोन इस्तेमाल नहीं करता था, इसलिए उसे ट्रेस करना आसान नहीं था। हत्या का मौका तलाश रहा अनुपम कमर में चाकू लगाकर ऐसी जगह पर समय बिताने लगा जहां सिद्धार्थ का अक्सर आना जाना था। 4 मई की रात ताड़ीखाने के पास शराब लेते समय दोनों का सामना हो गया। किसी को उसपर शक न हो इसलिए अनुपम सिद्धार्थ को घर से दूर ले जाना चाहता था। बातों में फंसाकर महानगर में शराब पीने का अड्डा बताया और कुकरैल बंधे पर ले गया। वहां दोनों साथ शराब पी। सिद्धार्थ जब ज्यादा नशे में हो गया तो सिर पर वार कर उसे गिरा दिया। इसके बाद पत्थर से चेहरा कूचा और चाकू से कई वार किए। गुस्से में उसने सिद्धार्थ का गुप्तांग भी काट दिया था।

सिद्धार्थ का पूरा परिवार निरालानगर स्थित एक कर्नल के घर पर सर्वेंट क्वॉर्टर में रहता था। वह परिवारीजनों से ज्यादा मतलब नहीं रखता था। बाराबंकी की एक महिला से उसके संबंध थे जो परिवारीजनों को पता था। 5 मई को बड़े भाई बिंदु मिश्रा ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई और बाराबंकी निवासी महिला और उसके बेटे पर हत्या का शक जाहिर किया था।

जांच में जुटी टीम ने सर्विलांस की मदद से घटना के समय घटनास्थल के आस-पास मौजूद लोगों को ब्योरा जुटाया। एसआई दिनेश मिश्रा, राजमणि यादव, हिमांशू सिंह, सर्विलांस टीम से प्रशांत मिश्रा, शरीफ खां, अखिलेश सिंह, आशीष मिश्रा, विमल चंद्रपाल, अंकित शर्मा और बलवंत कुमार संदिग्ध नंबर छांटने लगे। इस दौरान टीम को अतुल के दोस्त अनुपम की लोकेशन घटनास्थल पर मिल गई। हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल कर ली।