हापुड़ में अधिवक्ताओं पर हुआ लाठी चार्ज

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Hapur: उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ (Hapur) में आज बार एसोसिएशन द्वारा तहसील चौराहे पर जाम लगाया गया। जाम लगाने से पहले कोतवाली में अधिवक्ताओं व पुलिसकर्मियों में तीखी नोंक झोंक हुई। तहसील चौराहे पर अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया। इस दौरान अधिवक्ताओं की वाहन निकालने पर आम नागरिकों से भी नोकझोंक हुई थी। इस दौरान अधिवक्ताओं द्वारा कई लोगों से मारपीट की गई। इसके बाद पुलिस ने अधिवक्ताओं पर लाठी चार्ज किया। लाठीचार्ज के दौरान कई अधिवक्ता व पुलिसकर्मी घायल भी हो गये।

आपको बता दें कि बीते करीब 3 दिन पूर्व कोतवाली में तैनात कांस्टेबल से कार सवार महिला अधिवक्ता व उसके पिता द्वारा अभद्रता की गई थी। महिला अधिवक्ता द्वारा पुलिस कर्मी की नेम प्लेट नोची गई थी, जिस पर कोतवाली में गाजियाबाद में प्रैक्टिस करने वाली महिला अधिवक्ता व उसके पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। मुकदमा वापस लेने के लिए हापुड़ (Hapur) बार एसोसिएशन पुलिस से मांग कर रही थी। जिसको लेकर आज हापुड़ बार एसोसिएशन व गाजियाबाद के अधिवक्ताओं ने चक्का जाम का ऐलान किया हुआ था।

इसके बाद अधिवक्ता एकत्रित होकर कोतवाली पहुंचे जहां पर अधिवक्ताओं की पुलिस से तीखी नोंक झोंक हुई और उसके बाद अधिवक्ताओं ने तहसील चौराहे पर आकर धरना प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया। इस जाम के दौरान कई आम लोगों ने अपने वाहनों को जैसे निकालने का प्रयास किया तो कुछ अधिवक्ताओं द्वारा आम नागरिकों से मारपीट भी की गई। घंटो जाम में खड़े रहने के बाद एक युवक द्वारा जैसे ही अपनी बाइक निकालने का प्रयास किया तो कुछ अधिवक्ताओं ने उसके साथ भी मारपीट शुरू कर दी। जिसको देखकर ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस कर्मी ने युवक को बचाने का प्रयास किया तो अधिवक्ता भी उग्र हो गए।

अधिवक्ताओं ने पुलिस कर्मी के साथ मारपीट शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। इस लाठी चार्ज में करीब आधा दर्जन अधिवक्ता घायल हुए तो वही पुलिस के कुछ सिपाही भी इसमें घायल हुए हैं। जिनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लाठी चार्ज के बाद वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और अधिवक्ताओं को समझाने का प्रयास करने लगे। इस बातचीत के दौरान अधिवक्ताओं ने पुलिस कर्मियों को कचहरी से बाहर कर कचहरी का गेट अंदर से बंद कर लिया।

वही लाठी चार्ज से पहले बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अजीत चौधरी ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए बताया कि शुक्रवार को गाजियाबाद में प्रैक्टिस कर रहे हैं। हमारी महिला अधिवक्ता के साथ अभद्रता की गई थी जिसमें पुलिस ने उल्टा उन पर व उनके पिता पर मुकदमा लिख दिया। जब हम इसकी शिकायत लेकर कोतवाली पहुंचे तो मेरे साथ भी डीएसपी हापुड़ द्वारा अभद्रता की गई। उन्होंने कहा कि ये जाम तब तक नहीं खुलेगा जब तक पुलिस महिला अधिवक्ता व उसके पिता पर लिखाया गए मुकदमे को खत्म नहीं करती है।

वही इस सारे मामले में अपर पुलिस अधीक्षक ने मीडिया कर्मीयो से बात करते हुए बताया कि आज हापुड बार एसोसिएशन (Hapur Bar Association) व गाजियाबाद के कुछ अधिवक्ताओं द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा था, जिसमे अधिवक्ताओं द्वारा तहसील चौराहे पर जाम लगाया गया था। घंटों के जाम के बाद जब आम लोग इससे परेशान होकर जाम से निकलने का प्रयास करने लगे तो इस दौरान कुछ अधिवक्ताओं ने आम नागरिको सहित पुलिस कर्मियों से भी अभद्रता की। जिस पर पुलिस ने जमीन पर लाठी फटकारते हुए भीड़ को इधर-उधर कर दिया। इस दौरान भाग दौड़ में कुछ अधिवक्ता व पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इसके बाद आक्रोषिक अधिवक्ता कोर्ट कैंपस में पहुंचे और वहां पर बने बंदी ग्रह के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों की कुर्सी मेज भी तोड़ दी। साथ ही इस दौरान जो भी अधिवक्ता व पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, उनका मेडिकल कराया जा रहा है और आगे की विधिक कार्रवाई प्रचलित है।