Prayagraj: अब तक छानबीन से साफ हुआ है कि आरोपित बीटेक छात्र लारेब हाशमी (Lareb Hashmi) का हमला ‘लोन वुल्फ अटैक’ था। यह तरीका आतंकी अपनाते हैं, जो अकेले ही कई शख्स को मारने के लिए करते हैं। अभियुक्त पाकिस्तान के रिजवी नामक मौलाना की तकरीरें ज्यादा सुनता था।
इसके साथ ही आरोपित के घर से बरामद पेन ड्राइव, कंप्यूटर, मोबाइल समेत अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया गया है। कोर्ट ने अभियुक्त को 14 दिनों के लिए न्यायिक अभिरक्षा मंजूर की है, मगर घायल होने के कारण लारेब अस्पताल में भर्ती है।
आतंकी कनेक्शन की आशंका
शनिवार को वाराणसी (Varanasi) से एटीएस की टीम यहां पहुंची और फिर पुलिस व दूसरी सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर छानबीन शुरू की। आरोपित के घर से कंप्यूटर, डायरी, बैंक पासबुक सहित तमाम दस्तावेज जब्त किए गए थे।
लारेब (Lareb Hashmi) के घर से इलेक्ट्रानिक उपकरण के साथ ही पांच डायरी भी बरामद की गई है। सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस उन डायरी के पन्ने पलट रहीं हैं ताकि आतंकी कनेक्शन की आशंका की सच्चाई सामने आ सके। इलेक्ट्रानिक उपकरणों की जांच से भी अहम इनपुट मिल सकता है।
सहपाठियों से पूछताछ में पता चला है कि लारेब अक्सर माफिया अतीक का नाम लेता था। वह माफिया की तरह ही अपने सिर पर सफेद रंग का गमछा बांधता था। इस आधार पर माना गया है कि लारेब हाशमी अतीक का फैन था। वह भी जल्द समय में अपना नाम कमाना चाहता था।
अब तक छानबीन से साफ हुआ है कि आरोपित बीटेक छात्र लारेब हाशमी (Lareb Hashmi) का हमला ‘लोन वुल्फ अटैक’ था। यह तरीका आतंकी अपनाते हैं, जो अकेले ही कई शख्स को मारने के लिए करते हैं।