संसद की सुरक्षा चूक मामले में दिल्ली पुलिस की जांच तेज़ी से आगे बढ़ रही है। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को अरेस्ट किया है। इन पांचों से स्पेशल सेल पूछताछ कर रही है। वहीं अब इसी मामले में स्पेशल सेल भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सिम्हा से भी पूछताछ करेगी। बता दें कि कर्नाटक के मैसूर से सांसद प्रताप सिम्हा के रेफरेंस से ही आरोप सागर शर्मा और मनोरंजन लोकसभा में पहुंचे थे और दर्शक दीर्घा से नीचे सांसदों के बैठने वाले स्थान पर कूद गए थे।
वहीं पुलिस जांच की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने इस घटना को बड़ा बनाने के लिए आरोपियों ने स्मोक केन का इस्तेमाल करने की योजना बनाई थी। दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी अपने साथ एक दो नहीं बल्कि सात स्मोक केन लेकर संसद में घुसे थे। इन्हीं स्मोक केन से संसद के अंदर पीले रंग का धुआं फैला था। वहीं पुलिस अब इस पूरी घटना का रीक्रिएट करेगी।
अब तक की जांच में ललित झा ही खुद को इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड बता रहा है। मीडिया में प्रभाव साबित करना उसका सबसे बड़ा मकसद था इसलिए उसने संसद सत्र के दौरान संसद में घुसने की योजना बनाई। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने एक स्थानीय अदालत में कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के आरोप में अरेस्ट ललित झा पूरे षड्यंत्र का सरगना है और वह तथा अन्य आरोपी देश में अराजकता फैलाना चाहते थे, ताकि वे सरकार को अपनी मांगें मनवाने के लिए मजबूर कर सकें।
पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में दावा किया कि झा ने स्वीकार किया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश रचने के लिए आरोपी कई बार एक-दूसरे से मिले थे। पुलिस ने कहा कि इसके अलावा आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने की जरूरत है कि क्या उसका किसी दुश्मन देश या आतंकवादी संगठन से कोई संबंध है। जांच की दिशा के बारे में बात करते हुए पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे ललित झा को राजस्थान ले जाएंगे ताकि उस स्थान का पता चल सके जहां उसने अपना फोन फेंका था और दूसरों के फोन जला दिए थे।