प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ पर भड़क उठी लालू प्रसाद यादव की बेटी

रोहिणी आचार्य ने कहा, अगर मेरे पापा को खरोंच आया तो मेरे से बुरा कोई नहीं होगा mark my words, सब को मालूम है पापा की क्या हालात है।

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जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय आज लालू प्रसाद यादव से पूछताछ कर रही है। वहीं, लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ईडी की पूछताछ पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर ये तक कह दिया कि अगर मेरे पापा को आज कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार गिरगिट के साथ- साथ सीबीआई-ईडी और इनके मालिक होंगे।

रोहिणी आचार्य ने एक्स पर लिखा, ‘ये ईडी अफसरों का अमानवीय व्यवहार है। आपको और आपके आका को सब को पता है पापा की हालात कैसी है, वो बिना सहारे चल नहीं सकते फिर भी बिना उनके सहायक को गेट के अंदर घुसने नहीं दिया। अनुरोध करने पर भी आपने मीसा दी या उनके सहायक को नहीं जाने दिया। प्लीज आप लोग मेरी मदद करें।’

उन्होंने अगले पोस्ट में लिखा, ‘अगर मेरे पापा को खरोंच आया तो मेरे से बुरा कोई नहीं होगा mark my words, सब को मालूम है पापा की क्या हालात है। बिना मदद के चल नहीं सकते फिर भी कितना गिरोगे गीदड़ों, ये गुदड़ी का लाल लालू है। शेर अकेला है कमजोर नहीं।’

यह है मामला

कथित घोटाला उस समय का है, जब लालू प्रसाद संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पहली सरकार में रेल मंत्री थे। नौ जनवरी को, ईडी ने रेलवे में नौकरी के लिए जमीन से जुड़े धन शोधन मामले में आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें राबड़ी देवी, उनकी बेटियों राजद सांसद मीसा भारती और हेमा यादव सहित लालू प्रसाद के परिवार के अन्य लोगों को नामजद किया गया।

आरोपपत्र दाखिल होने के दिन राजद के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने ईडी की कार्रवाई को ‘‘प्रतिशोध की राजनीति” कहा था और उन्होंने भाजपा पर विपक्षी दलों के खिलाफ जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था।

धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज मामला, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज की गई एक शिकायत पर आधारित है। इस मामले में सीबीआई पहले ही आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है। लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को अक्टूबर में सीबीआई मामले में निचली अदालत से जमानत मिल चुकी है।