यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur khiri) में उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ से आलोक कुमार ने जनपद में बने गेहूं क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। यहां पर गेहूं की रखने की व्यवस्थाओं को चेक किया गया। वही किसी भी तरीके की लापरवाही ना बरती जाए इसके आदेश दिए गए।
गेहूं के केंद्र पर मौजूद लोगों से की गई वार्ता
लखीमपुर खीरी (Lakhimpur khiri) में पहुंचे उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ से आलोक कुमार ने निरीक्षण के दौरान क्रय केन्द्रों पर उपस्थित कृषक श्रीमती बलविन्दर कौर, नक्षत्र सिंह, के साथ वार्ता की गयी एवं गेहूँ विक्रय के लिए सरकारी क्रय केन्द्रों पर उपलब्ध करायी गयी व्यवस्था एवं 24 से 48 घण्टे के भीतर किये जा रहे भुगतान के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी, जिसमें कृषकों द्वारा सरकारी क्रय केन्द्रों पर अपने गेहूँ विक्रय पर संतुष्टि व्यक्त की। जनपद में 156 क्रय केन्द्र स्थापित हैं, जिसमें 54 क्रय केन्द्रों पर तद्दिनांक तक 780 मी. टन खरीद की जा चुकी है। जनपद में गेहूँ विक्रय हेतु 7000 कृषक पंजीयन हुए हैं।
गेहूं क्रय केंद्रों को लेकर दिए गए आदेश
प्रमुख सचिव ने खरीद से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाये किसी भी दशा में मण्डी में न्यूनतम मूल्य समर्थन योजना से नीचे कृषक गेहूँ बेचने को मजबूर न हो । कृषकों को सरकारी क्रय केन्द्रों पर गेहूँ बेंचने हेतु प्रोत्साहित किया जाये। जनपद की सीमा से बाहर जाने वाले गेहूँ के अवैध संचरण पर सतत् निगरानी रखी जाये। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार प्रचार-प्रसार करते हुए सरकारी क्रय केन्द्रों पर गेहूँ विक्रय को प्रोत्साहित किया जाये। सभी क्रय केन्द्र प्रभारी कृषकों से अच्छा व्यवहार करें एवं विक्रय हेतु गेहूँ लाने वाले कृषकों का त्वरित ढंग से गेहूँ का केन्द्रों पर क्रय किया जाये एवं क्रय के 24-48 घण्टे के भीतर प्रत्येक दशा में कृषकों के आधार लिंक्ड खाते में भुगतान सुनिश्चित हो। निरीक्षण के दौरान सीडीओ अनिल कुमार सिंह, एडीएम/जिला खरीद अधिकारी संजय कुमार सिंह, सम्भागीय खाद्य विपणन अधिकारी अजीत त्रिपाठी, डिप्टी आरएमओ संतोष कुमार पटेल, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक (सहकारिता) रजनीश प्रताप सिंह उपस्थित रहे।