कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने मथुरा जिलाधिकारी पर लगाया गंभीर आरोप

कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि यदि मेरी हत्या हो जाती है तो मथुरा जिलाधिकारी होंगे जिम्मेदार।

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Dinesh Sharma

श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास (Krishna Janmabhoomi Sangharsh) के अध्यक्ष दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) ने कहा कि यदि मेरी हत्या हो जाती है तो मथुरा जिलाधिकारी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि विदेशी आतंकवादियों के गुर्गों की लोकेशन गोवर्धन और मथुरा में मिलने पर एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। यह आतंकवादियों के गुर्गे किसी भी घटना को अंजाम दे सकते थे। आपको बता दे कि पहले भी दिनेश शर्मा अपनी हत्या की आशंका जाता चुके हैं।

उन्होंने पहले भी प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी मथुरा को दिया था कि उनके घर की दो बार रेकी मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा हो चुकी है। एक बार दिल्ली नंबर की गाड़ी से आए थे और दूसरी बार मध्य प्रदेश नंबर की गाड़ी से आए थे। पड़ोसियों द्वारा पूछताछ करने पर वह लोग भाग गए। उन्होंने कहा कि एक बार उनके ऊपर जानलेवा हमला हो चुका है और व्हाट्सएप नंबर पर कई बार जान से मारने की धमकियां भी आ चुकी हैं। इन सभी प्रार्थना पत्रों को वह कई बार दे चुके हैं, लेकिन शासन प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई भी सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया गया है।

हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) और श्री कृष्ण जन्म भूमि मंदिर से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाले केस के मुख्य याचिकाकर्ता ने कहा कि मुस्लिम कट्टरपंथी लोग बौखला गए हैं। उनके पास ईदगाह मस्जिद को बचाने के लिए कोई भी प्राचीन साक्ष्य नहीं है। इसलिए वह किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं। दिनेश शर्मा ने बताया कि वह ईदगाह मस्जिद को गंगाजल से धोकर शुद्ध करके लड्डू गोपाल जी का अभिषेक करने के लिए पहले भी न्यायालय में प्रार्थना पत्र दे चुके हैं। वह कई बार 6 दिसंबर में ईदगाह मस्जिद परिसर में लड्डू गोपाल जी के अभिषेक का प्रयास कर चुके हैं।

दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) द्वारा अजान को लॉर्ड स्पीकर से बंद करने का भी ज्ञापन जिलाधिकारी मथुरा को दिया गया था। दिनेश शर्मा ने एक संकल्प लिया था कि जब तक औरंगजेब के पाप निशानी मथुरा ईदगाह मस्जिद मथुरा कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से नहीं हटेगी तब तक वह नंगे पैर रहेंगे। अपने पैरों में जूता चप्पल नहीं पहनेंगे। दिनेश शर्मा कहीं भी जाते हैं तो नंगे पैर ही जाते हैं। सभी सनातनी हिंदू इनसे प्रेम करते हैं और मुस्लिम कट्टर पंथी लोग इनसे नफरत करते हैं।

दिनेश शर्मा ने कहा कि आतंकवादियों के गुर्गों की लोकेशन गोवर्धन में मिलने पर उनकी हत्या हो सकती थी लेकिन जांच एजेंसी द्वारा समय पर कार्य करके उनको पकड़ लिया गया। दिनेश शर्मा द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्रों की लिखित छायाप्रति उन्होंने पत्रकारों को दिखाई और वह कई बार मथुरा जिलाधिकारी, मथुरा एसएसपी, मुख्यमंत्री राज्यपाल, गृह सचिव को भी प्रार्थना पत्र दे चुके हैं।

दिनेश शर्मा ने कहा कि जब से उन्होंने ईदगाह मस्जिद की बिजली चोरी पकड़वाई है तब से मुस्लिम कट्टरपंथी उनसे नफरत करने लगे हैं, क्योंकि ईदगाह मस्जिद वालों पर बिजली विभाग द्वारा 3 लाख का जुर्माना किया था। ईदगाह मस्जिद की बिजली कनेक्शन कट गया था। मस्जिद वालों को अंधेरे में रहना पड़ा। उन्होंने कहा कि मथुरा ईदगाह मस्जिद वालों पर कोई भी प्राचीन साक्ष्य मौजूद नहीं है। मुगल शासक औरंगजेब ने अवैध कब्जा करके यह बिल्डिंग बनाई थी। मुस्लिम कट्टरपंथियों को पता है कि वह साक्ष्यों के अभाव में न्यायालय में केस हार जाएंगे, इसलिए मुस्लिम कट्टा पंथी लोग किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं या याचिकाकर्ता दिनेश शर्मा की हत्या कर सकते हैं। उन्होंने शासन प्रशासन से लिखित में पुनः मांग की है कि उनकी और उनके परिवार वालों की सुरक्षा की जाए।