जाने क्यों हर साल 14 सिंतबर को मनाया जाता हिंदी दिवस?

हिंदी भाषा पहले बोलचाल के तौर पर उपयोग होती थी, फिर जब देवनागरी लिपि की उत्पत्ति हुई तो ये लिखित भाषा के रूप में उपयोग होने लगी।

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Hindi Day

आज यानि 14 सिंतबर को पूरा देश हिंदी दिवस (Hindi Day) मनाता है। हिंदी को हमारे देश के संविधान में आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त है। बता दें कि हिंदी भाषा एक इंडो-आर्यन भाषा (Indo-Aryan Language) है। इसे पूरी दुनिया में लगभग 260 मिलियन लोग बोलते हैं। ये दुनिया की चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा में से एक है।

हिंदी भाषा का उपयोग भारत व एनआरआई की ओर से ज्यादा किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि हिंदी की उत्पत्ति करीब 1200 ईसा पूर्व, संस्कृत के विकास के साथ हुई। समय जैसे-जैसे बदलता गया हिंदी भाषा भी समृद्ध होती गयी। हिंदी भाषा पहले बोलचाल के तौर पर उपयोग होती थी, फिर जब देवनागरी लिपि की उत्पत्ति हुई तो ये लिखित भाषा के रूप में उपयोग होने लगी।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि 12 से 14 सितम्बर 1949 को हुए संविधान निर्माण की प्रक्रिया के दौरान संविधान सभा में ‘भाषा’ के विषय पर चर्चा हुआ। इस चर्चा के दौरान, सभा में दो पक्ष थे- पहला जो संस्कृत को राज-भाषा और राष्ट्र भाषा के रूप में स्वीकार करता था, और दूसरा पक्ष, जो खिलाफ तो नहीं था, पर उन सभी के मन में कुछ प्रश्न थे। इस दौरान ज्यादातर सदस्यों का रुख हिंदी की ओर था, काफी लंबे चर्चा के बाद आखिरकार हिंदी को राष्ट्रभाषा तो नहीं, पर राजभाषा का दर्जा दे दिया गया।

जहाँ सविंधान सभा ने हिंदी को आर्टिकल 343(1) में रखा। आर्टिकल 343(1) में कहा गया है कि भारत संघ की राजभाषा हिन्दी होगी और उसकी लिपि देवनागरी होगी, आर्टिकल 351 में कहा गया कि भारत सरकार मुख्यतः संस्कृत से और गौणत: अन्य भारतीय भाषाओं से शब्द- सम्पदा ग्रहण करते हुए हिन्दी का विकास इस रूप में करेगी। इसे संविधान की 8वीं अनूसूची में रखा गया है।

बता दें कि हिंदी को कुछ राज्यों ने भी राजभाषा माना है। ये राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, उत्तरांचल, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली हैं। बता दे कि राजभाषा उसे कहते हैं जिसका उपयोग सरकार के सरकारी कामकाज में लिया जाता है और देश की ज्यादातर जनता जिस भाषा को बोलती है इसे राष्ट्रभाषा कहते हैं।