Ayodhya: अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। इसको लेकर राम मंदिर को संजाया-संवारा जा रहा है। सोमवार को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर परिसर की नई तस्वीरें साझा कीं। इनमें राम मंदिर की भव्यता और सुंदरता दिखाई दे रही है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय प्रेस कॉन्फ्रेंस में कार्यक्रम की जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने बताया- प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12.20 से 1 बजे तक चलेगी।
शाम को अध्योध्या में दीप जलाएं जाएंगे
22 जनवरी को सूर्यास्त 5 बजकर 45 मिनट पर होगा। उसके बाद अयोध्या में प्रभु की प्रसन्नता के लिए अयोध्या में दीप जलाए जाएंगे। पीएम नरेंद्र मोदी का कहना है ऐसा ही पूरे देश के लोग करें।
20, 21 को भगवान के दर्शन बंद रहेंगे
प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों को पूरा करने के लिए 20 और 21 जनवरी को राम लला के दर्शन बंद रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के दिन परिसर में 8000 कुर्सियां लगाई जाएंगी।
भारत की सभी नदियों के जल से होगा अभिषेक
भारत की सभी मुख्य नदियों का जल अयोध्या (Ayodhya) आ चुका है। सभी जलों से रामलला का अभिषेक होगा। इसके अलावा नेपाल में राम जी की ससुराल, उनके ननिहाल छत्तीसगढ़ से उपहार आए हैं। जोधपुर से बैलगाड़ी पर घी आया हैं।
मोदी, भागवत और नृत्यगोपाल दास देंगे भाषण
प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास अपने विचार रखेंगे।
ये वीआईपी होंगे अतिथि
गर्भगृह में पीएम मोदी, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास, सभी ट्रस्टी लगभग 150 परम्पराओं के संत, धर्माचार्य मौजूद रहेंगे। भारत में हर तरह की रक्षा पुलिस से लेकर पैरा मिलिट्री फोर्स के अधिकारी, साहित्यकार, पद्म पुरस्कार विजेता शामिल होंगे। मंदिर निर्माण करने वाली L & T, टाटा के इंजीनियर्स और मंदिर बनाने में लगे 100 लोग रहेंगे। इसके अलावा शैव, वैष्णव, सिख, बौद्ध, जैन, कबीर पंथी, इसकौन, राम कृष्ण मिशन, गायत्री परिवार, राधा स्वामी, गुजरात के स्वामी नारायण, लिंगायत के धर्मात्मा रहेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रतिमा के होंगे पांच वास
प्राण प्रतिष्ठा से पहले रामलला की प्रतिमा को जल वास, अन्न वास, शैया वास, औषधि वास, फल वास पूजा होगी।
18 जनवरी को गर्भगृह में स्थापित होगी मूर्ति
प्राण प्रतिष्ठा की मूर्ति का वजन 150 से 200 किलो है। रामलला की खड़ी प्रतिमा स्थापित होगी। 18 जनवरी को प्रतिमा गर्भगृह में अपने आसन पर खड़ी कर दी जाएगी।
16 से 21 तक चलेगा पूजन
प्राण प्रतिष्ठा की पूजन विधि कल 16 जनवरी से शुरू हो जाएगी, जो 21 तक चलेगी।
22 जनवरी को 12 बजकर 20 बजे होगी प्राण प्रतिष्ठा
चंपत राय ने बताया कि 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा दोपहर 12 बजकर 20 बजे होगी। ये मुहूर्त प्रकांड विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने तय किया है। कर्मकांड वाराणसी के महंत लक्ष्मी कांत दीक्षित करेंगे।
मथुरा से अयोध्या पहुंच रहे 500Kg लड्डू
सोमवार को श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर में पहले लड्डुओं का पूजन किया गया। इसके बाद अयोध्या के लिए रवाना किए गए। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूरे देश से उपहार अयोध्या पहुंच रहे हैं। भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि में भी तैयारी की गई है। राम भक्तों के लिए 500Kg लड्डू मथुरा से भेजे गए हैं। रामलला को भोग लगने के बाद यह लड्डू भक्तों को दिए जाएंगे।
राम और अयोध्या का जैन धर्म से गहरा संबंध
जैन धर्म की सर्वोच्च साध्वी गणिनी प्रमुख माता ज्ञानमती आजकल अयोध्या में हैं। जैन परंपरा के अनुसार, 24 तीर्थकरों में से पांच का जन्म अयोध्या में हुआ। जिनमें आदिनाथ, अजीत नाथ, अभिनंदन नाथ, सुमित नाथ और अनंतनाथ शामिल हैं। ऐसे में दैनिक भास्कर ने जैन धर्म की सर्वोच्च साध्वी गणिनी प्रमुख माता ज्ञानमती से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सीता पृथ्वी में न समाकर पृथ्वी देवी से जैन धर्म की दीक्षा लेकर उनकी उपासना में लीन हो गई थीं।
दूरदर्शन पर होगा रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण
दूरदर्शन 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण करेगा। इससे पहले 15 से 22 जनवरी के बीच रोज विशेष कार्यक्रम “राम रमैया गाए जा” का प्रसारण किया जाएगा। यह प्रसारण गुप्तारघाट से किया जाएगा। आकाशवाणी पर भी इसका प्रसारण किया जाएगा।
रात में सोने की तरह चमकेगा राम मंदिर
अयोध्या में राम मंदिर सज रहा है। संवर रहा है। 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के बाद गर्भगृह में रामलला विराजेंगे। इसी बीच राम मंदिर की 3 नई तस्वीरें सामने आई हैं। इसमें राम मंदिर की भव्यता दिखाई पड़ रही है। राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर सभी 14 सोने के दरवाजे लग चुके हैं। गर्भगृह में सिर्फ 1 दरवाजा लगाया गया है। जो 12 फीट ऊंचा और 10 फीट चौड़ा है।
अयोध्या से मुंबई की फ्लाइट आज से
महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट से आज से अयोध्या (Ayodhya) से मुंबई की पहली फ्लाइट शुरू होगी। इंडिगो यह सेवा शुरू कर रहा है। अयोध्या से मुंबई की पहली फ्लाइट महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट से 3.15 बजे रवाना होगी।
पंडित कल्कि राम ने मुख्य पुजारी को भेंट की रामलला की पोशाक
प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान रामलला रत्नों से जड़ी हुई यही पोशाक पहनेंगे। रामा दल ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित कल्कि राम ने रत्नों से जड़ी हुई रामलाल की पोशाक रामलला के मुख्य पुजारी अचार्य दास को भेंट की। 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान रामलला को यह पोशाक पहनाई जाएगी।
अयोध्या में आज से 23 जनवरी तक कथा सुनाएंगे देवकी नंदन ठाकुर
देवकी नंदन ठाकुर रोजाना सुबह 10:30 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे तक कथा सुनाएंगे। उत्तर प्रदेश का संस्कृति विभाग रामोत्सव कार्यक्रम के तहत सरयू तट पर राम कथा भजन स्थल पर राम कथा का आयोजन कर रहा है। अयोध्या (Ayodhya) के रामलला सदन देवस्थान के अध्यक्ष डॉ स्वामी राघवाचार्य महाराज ने कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर की कथा की शुरुआत की। कथा सुबह 10:30 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे तक चलेगी। इसका आयोजन 23 जनवरी तक होगा।
हनुमान गढ़ी के महंत धर्मदास बोले- प्राण प्रतिष्ठा आनंद के सागर जैसी
श्रीराम की जन्मभूमि का सन 1949 में उद्धार कराने वाले महंत अभिराम दास के शिष्य धर्मदास रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बेहद भावुक हैं। वह मौजूदा वक्त में निर्वाणी अखाड़ा हनुमानगढ़ी के महंत हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा- पूरे विश्व के लोग, जो राम को मानते हैं, वह उत्सव मनाए कि अयोध्या (Ayodhya) का उद्धार हुआ। हनुमान और राम जी की प्रेरणा से 1965 से राम की सेवा में समर्पित हूं। यह तन, मन और धन सब कुछ राम के लिए ही है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा आनंद के सागर जैसी है।
प्राण प्रतिष्ठा से पहले शुरू हुआ रामोत्सव
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले रविवार से संस्कृति विभाग का 70 दिन लगातार चलने वाला देश का सबसे बड़ा आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन रामोत्सव शुरू हो गया है। यह 14 जनवरी से 24 मार्च तक चलेगा। इस दौरान अयोध्या (Ayodhya) समेत प्रदेश के सभी 75 जिलों में लगातार हनुमान चालीसा और अखंड रामायण के पाठ मंदिरों में होंगे। रविवार की शाम से सरयू तट के किनारे बने राम कथा पार्क में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की रामलीलाओं का शुभारंभ किया गया।