BDO का फुल फॉर्म “ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर” है। खंड विकास अधिकारी का पद राज्य प्रशासन के अधीन है और यह एक सरकारी नौकरी है। BDO का पद ग्रुप बी (गजेटेड ) स्तर का होता है। इस लेख में हम आपको बतायेंगे की आप BDO कैसे बन सकते है।
बीडीओ कौन होता है
किसी भी राज्य में एक बीडीओ उस खंड विकास अधिकारी के लिए जिम्मेदार होता है जिसे उसे सौंपा जाता है। यह सुनिश्चित करना बीडीओ की जिम्मेदारी है कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारों की सभी कल्याणकारी योजनाएं उस ब्लॉक के लोगों तक पहुंचे। जब केंद्र राज्य सरकार कोई कल्याणकारी योजना शुरू करती है, तो बीडीओ उस योजना को अपने ब्लॉक में लागू करने के लिए जिम्मेदार होता है।
आवश्यक योग्यता
बीडीओ बनने के लिए उम्मीदवारों को सम्बंधित राज्य के लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रांतीय सिविल सेवा परीक्षा (पीसीएस ) पास करनी होती है। परीक्षा में बैठने के लिए सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक होना जरूरी है। साथ ही सम्बंधित राज्य की आधिकारिक भाषा बोलने, समझने व् लिखने में भी पारंगत होना चाहिए।
आयु सीमा
बीडीओ परीक्षार्थियों की आयु आयु 21 वर्ष से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
आरक्षित वर्ग के आवेदकों को आयु सीमा में नियमानुसार छूट मिलती है।
चयन प्रक्रिया
एक बीडीओ परीक्षा निम्नलिखित तीन चरणों में होती है:
पहला चरण प्रारंभिक परीक्षा है
दूसरा चरण मेन्स परीक्षा है
अंतिम चरण इंटरव्यू है, और इंटरव्यू क्लियर करने पर आपको बीडीओ के रूप में नियुक्त किया जाता है।
यदि आप परीक्षा के किसी भी चरण को उत्तीर्ण नहीं कर पाते हैं, तो आपको सभी चरणों के लिए फिर से उपस्थित होना होगा।
वेतन
बीडीओ का वेतन एक राज्य से दूसरे राज्य में अलग-अलग होता है, लेकिन अगर हम औसत लें तो एक बीडीओ का प्रवेश स्तर का मासिक वेतन 7वें वेतन आयोग के अनुसार 9300 रुपये से 34800 रुपये तक है, साथ ही ग्रेड पे ब्रेक-अप के अनुसार, एक बीडीओ को भी प्रति माह 4800 रुपये मिलते हैं। जैसे-जैसे बीडीओ की सेवा का कार्यकाल बढ़ता है, उसका वेतन, लाभ और भत्तों में भी वृद्धि होती रहती है।