सिहोर जिले के बीसूखेड़ी गाँव के श्मशान घाट में घुटने घुटने कीचड़

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Bisukhedi village: कजलास पंचायत का गांव बीसुखेड़ी (Bisukhedi village) सिहोर जिले की आष्टा विधान सभा का गाँव है। ये गाँव पोलिंग बूथ नंबर 1 पर आता है। पंचायत आदर्श हो चुकी हैं मगर गाँव की हालत में आजादी के बाद से आज तक कोई सुधार नहीं आया है। ग्रामीणों की माने तो गाँव में 2 श्मशान घाट है। एक श्मशान में जाने के लिए बीच में नाला पड़ता है, जिस पर पुलिया ही नही हे। इस कारण बारिश के समय कमर कमर पानी में जान जोखिम में डालकर शव को जलाने के लिए ले जाया जाता है। वही दूसरे श्मशान घाट में जाने के लिए घुटने घुटने कीचड़ से निकल कर जाना पड़ता हैं। आज ही एक मृत्यु हो गई जिसको जलाने के लिए कीचड़ में होकर ही जाना पड़ा।

ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच से लेकर विधायक को और कलेक्टर तक को गांव की समस्या से अवगत करवाया जा चुका है। मगर लगता हैं प्रतिनिधि और सरकारी अधिकारी गहरी नींद में सोए हुए हैं। अब लगता हैं कि आने वाले चुनाव में चुनाव का ही बहिष्कार करेंगे। वही पत्रकार ने जब सरपंच को कॉल किया और पूछा की ग्रामीणों की समस्या का समाधान कब होगा तो सरपंच का जवाब आया कि अभी हमारे पास श्मशान का बजट नही है। सरपंच ने कहा कि वह विधायक साहब के पास बजट की मांग करेंगे।

वही जब क्षेत्र के विधायक के पास कॉल किया और कहा कि आप पंचायत को बजट क्यों नहीं दे रहे हैं? तब विधायक जी ने बताया कि पंचायत के पास हर काम का बजट फंड जारी किया जाता है। मगर यह काम सरपंच का है कि वह बजट की राशि किस काम में उपयोग में लाते हैं? सरपंच विधायक पर तो विधायक सरपंच पर, दोनो एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर बचना चाहते है। अब ग्रामीणों का कहना है कि या तो जनप्रतिनिधि हमारी समस्या का हल करे या विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है। सत्ता धारी पार्टी का कोई भी नेता अगर वोट मांगने आया तो उसका स्वागत गधे पर बैठाकर और जूते की माला पहनाकर किया जायेगा और चुनाव का पूरी तरह बहिष्कार करेंगे।