उत्तर प्रदेश का माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या के बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पहली बार प्रयागराज पहुंचे और वहां वो उमेश पाल के परिवार से मिले। इस दौरान वहां कई लोगों की इक्कठी हो गई। इस दौरान मीडिया से बातचीत दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि, उमेश के परिवार का सदस्य मेरे परिवार की तरह है, मुझे यूपी पुलिस पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा, ‘प्रदेश से माफियाओं का सफाया होगा और जमीनों पर से अवैध कब्जा हटाकर गरीबों में बांटा जाएगा।’
‘उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा’
बता दे कि, इससे पूर्व केशव प्रसाद मौर्य ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसमें उन्होंने साफ कहा था कि उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा। वहीं, अतीक अहमद और अशरफ अहमद हत्या करने वाले तीनों शूटर्स की पुलिस की रिमांड खत्म हो गई है। तीनों शूटर्स को प्रयागराज से वापस प्रतापगढ़ जेल भेज दिया गया है। इस बीच अतीक-अशरफ के मर्डर पर नया खुलासा हुआ है। खबर है कि, 15 अप्रैल की रात अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या करने से 2 घंटा पहले तीनों शूटर्स क्राइम स्पॉट पर पहुंच चुके थे। ये खुलासा कॉल्विन अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे से हुआ है।
तीनो आरोपियों को अतीक और अहमद के अस्पताल आने की पहले से थी खबर
अतीक अहमद और अशरफ अहमद को धूमनगंज थाने से निकाले जाने के बाद तीनों शूटर अस्पताल के आस-पास घूमने लग थे। उन्हें यह मालूम था कि, अशरफ अहमद और अतीक अहमद का मेडिकल होना है। जैसा कि ठीक एक दिन पहले हुआ था। ऐसे में वो 2 घंटे पहले ही अस्पताल पहुंचकर घात लगाकर खड़े हो गए थे। जैसे ही उन्हें मौका मिला उन्होंने अतीक और अशरफ की हत्या कर डाली। जहाँ मौके पर मौजूद पुलिस तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
‘तीनों आरोपियों ने अपना फर्जी आधार कार्ड बनवाया था’
अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटर्स का चित्रकूट कनेक्शन सामने आया है। तीनों आरोपियों ने अपना फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। हत्या करने से पहले प्रयागराज के होटल में रुकने के लिए तीनों ने अपना फर्जी आधार कार्ड दिया था। सूत्रों के मुताबिक, एसआईटी ने प्रयागराज के जिस होटल से दस्तावेज सीज किए उसमें तीनों आरोपियों के फर्जी आधार कार्ड की कॉपी भी शामिल है। जांच के बाद तीनों के आधार कार्ड फर्जी निकले हैं।