केरल के इस दम्पती ने 29 साल बाद किया पुनर्विवाह

होसदुर्ग सब-रजिस्टरार ऑफिस में हुई निकाह में उनकी तीन लड़कियों के अलावा उनके फैमिली के सदस्य और मित्रगण इस शुभ अवसर पर उपस्थित रहे।

0
55
Kerala

केरल: बुधवार (8 मार्च) को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) पर केरल (Kerala) के कासरगोड जिले में एक निराली ‘शादी’ देखी गई। जहाँ करीब 29 वर्ष से विवाहित एक जोड़े ने अपनी तीन बेटियों की खातिर फिर से सात फेरे लिए है। होसदुर्ग सब-रजिस्टरार ऑफिस में हुई निकाह में उनकी तीन लड़कियों के अलावा उनके फैमिली के सदस्य और मित्रगण इस शुभ अवसर पर उपस्थित रहे। केरल (Kerala) के कासरगोड के एक प्रसिद्ध वकील सी शुक्कुर ने अक्टूबर साल 1994 में डॉ शीना से विवाह किया था और उनकी शादी पनक्कड़ सैयद हैदर अली शिहाब थंगल द्वारा आयोजित की गई थी।

अपने बच्चो के कारण दम्पति ने की दुबारा शादी

हालांकि, ये शादी शरिया कानून (Sharia law) के तहत हुई थी और मुस्लिम पर्सनल लॉ के मुताबिक, बेटियों को अपने पिता की संपत्ति का केवल दो-तिहाई हिस्सा मिलता है, बाकी हिस्सा उनके भाइयों के पास जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनकी कमाई केवल उनके बच्चों को ही मिलनी चाहिए, शुक्कुर और शीना विशेष विवाह अधिनियम के तहत फिर से विवाह किया है। जिसमें कहा गया है कि, इसके तहत संपन्न किसी भी व्यक्ति की संपत्ति का उत्तराधिकार भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम द्वारा शासित होगा। शीना कोट्टायम स्थित महात्मा गांधी विश्वविद्यालय की पूर्व प्रो-वाइस चांसलर हैं।

दम्पति ने स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत दुबारा की शादी

पति पत्नी ने तीन बेटियों को विरासत की कानूनी बाधा को दूर करने के लिए पुनर्विवाह करने का फैसला किया क्योंकि उनका कोई बेटा नहीं है। वकील शुक्कुर ने 3 फरवरी को 30 दिनों का नोटिस दिया था, जो विशेष विवाह अधिनियम के तहत शादी के लिए अनिवार्य है। वही शुक्कुर ने अपनी बेटियों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत दोबारा शादी करने का फैसला किया।