दिल्ली में केजरीवाल सरकार के विश्वास प्रस्ताव पर शनिवार यानि आज विधानसभा में सुबह 11 बजे से चर्चा शुरू होगी। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शुक्रवार (16 फरवरी) को विधानसभा में तीसरी बार विश्वास प्रस्ताव पेश किया था। और कहा था कि भाजपा उन्हें गिरफ्तार करवाकर सरकार गिराना चाहती है। उन्होंने भाजपा पर खरीद-फ़रोख़्त का आरोप भी लगाया, कहा है कि हमारे विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए का ऑफर दिया गया है। स्पीकर राम निवास गोयल ने विश्वास प्रस्ताव स्वीकार करने के बाद गुरुवार को सदन को स्थगित कर दिया था। उन्होंने कहा था कि शनिवार को इस विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इससे पहले 2 बार विश्वास प्रस्ताव पेश कर चुके हैं केजरीवाल कल से पहले मार्च 2023 और अगस्त 2022 में विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया था।
आपको बता दे आज ही के दिन केजरीवाल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में भी पेश होना है। शराब घोटाले में ED ने 5 समन के बाद भी केजरीवाल के पेश नहीं होने पर कोर्ट में याचिका लगाई थी। इस पर 14 फरवरी को कोर्ट ने केजरीवाल को समन जारी करते हुए 17 फरवरी को पेश होने का निर्देश दिया था। इसके फौरन बाद ED ने केजरीवाल को छठा समन जारी किया और 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। अब देखना ये है की केजरीवाल अपना विश्वास प्रस्ताव ही रखेंगे या ED के समन पर नहीं जायेंगे।
मेरे विधायकों से कहा गया- मुझे गिरफ्तार किया जाएगा
विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश करते हुए केजरीवाल ने कहा था- भाजपा दिल्ली में ऑपरेशन लोटस चला रही है। हमारी पार्टी के 2 विधायकों से उन्होंने संपर्क किया और दावा किया था कि केजरीवाल को जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जायेंगे । दोनों विधायकों को भाजपा के लोगों ने कहा कि AAP के 21 अन्य विधायक उनके संपर्क में हैं और पार्टी छोड़ने को तैयार हैं। उन्हें 25-25 करोड़ रुपए ऑफर किए गए हैं। हालांकि, हमने जब विधायकों से पूछताछ की तो हमें पता चला कि उन्होंने 7 विधायकों से संपर्क किया है।
भाजपा के 7 विधायक सस्पेंड
दिल्ली विधानसभा के स्पीकर ने शुक्रवार को सदन से भाजपा के 8 में से 7 विधायकों को बजट सेशन से सस्पेंड कर दिया था। इसमें नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी भी शामिल हैं। स्पीकर ने कहा कि सस्पेंड किए गए विधायकों ने एक दिन पहले गुरुवार को LG के अभिभाषण को रोकने की कोशिश की थी। वे चाहते थे कि केजरीवाल पर जुबानी हमला किया जाए। आज विश्वास प्रस्ताव के दौरान भाजपा के 7 विधायक सदन में मौजूद नहीं रहेंगे।