Kaushambi: कौशांबी तथागत गौतम बुद्ध की धरती है | इस धरती कण-कण में गौतम बुद्ध विराजित हैं। उनका दिखाया हुआ धम्म पथ प्रेम, दया, करुणा, मैत्री का संदेश देता है। वर्तमान समय में देश और विश्व में चारों ओर अशांति है। ऐसे माहौल में बुद्ध की वैज्ञानिक तथ्यों के साथ कहीं गई कल्याणकारी और सुख शांति की बातें जन-जन तक पहुंचाना बहुत जरूरी है। शुक्रवार को पचामा में धम्म प्रबोधन में भिख्खुनी साक्य धम्मदिन्ना अय्या ने यह बातें कही। कार्यक्रम में क्षेत्र के तमाम गांवो से महिलाओं की मौजूदगी प्रमुखता से दिखाई दी।
समन्वय सेवा संस्थान कौशांबी (Kaushambi) के द्वारा संघ नायक आचार्य राजेश चंद्रा के नेतृत्व में धम्म प्रबोधन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। शुक्रवार को सरसंवा ब्लाक क्षेत्र के पचामा गांव में धम्म प्रबोधन कार्यक्रम संपन्न हुआ। हरियाणा में जन्मी और थाईलैंड व श्रीलंका में रहकर बौद्ध दर्शन के सबसे गूढ़ विषय अभिधम्मपिटक की मर्मज्ञ और गोल्ड मेडलिस्ट विद्वान भिख्खुनी साक्य धम्मदिन्ना अय्या ने बहुत सरलता के साथ गौतम बुद्ध की वाणी और शिक्षाओं को बताया। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा और संस्कार पर जोर देते हुए अंधविश्वास, पाखंड से दूर रहकर बुरी आदतों को जीवन से बाहर निकालने की सलाह दिया। पुरुषों से कहा कि बेटे और बेटियों के बीच किसी तरह का भेदभाव बिल्कुल ना करें। बेटियां संस्कारवान होगी तो दो कुलों का नाम रोशन करेगी। इस कार्यक्रम में कोरीपुर, पूरब शरीरा, पश्चिम शरीरा, पचामा, रायपुर, कोल्हुआ, बैरमपुर और प्रयागराज व चित्रकूट जिले से आए हुए तमाम लोगों ने भाग लिया।