Kaushambi: जिले के यमुना नदी के बिभिन्न बालू घाट से बालू का अवैध खनन का रिश्ता कई दशक पुराना है। बालू माफिया बेखौफ तरीके से कानून नियम की धज्जियां उड़ा कर पूरे वर्ष बालू का खनन करते हैं। एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ा कर यमुना का सीना चीर कर बालू का अवैध खनन होता है। दूसरे स्टेट के बालू माफियाओ ने जनपद मे डेरा डाला है। गाय ब्रांच सराय बालू माफियाओं ने स्थानीय लोगों के संरक्षण में बालू के अवैध खनन का खेल बेखौफ तरीके से शुरू कर दिया है। बालू के अवैध खनन में यमुना का तराई इलाका कई बार खून से लाल हो चुका है।
यमुना नदी में बाढ़ आने के बाद कुछ महीने के लिए बालू का खनन रोक दिया जाता है लेकिन बाढ़ आने के पूर्व इतनी अधिक बालू डंप कर ली जाती है कि बरसात के 4 महीने डंप की बालू की बेखौफ बिक्री होती है। वाहनों में ओवरलोड बालू भरकर पूरे दिन और रात सड़कों पर वाहन फर्राटा भरते देखे जाते हैं। यह सिलसिला बीते कई दशक से बेखौफ तरीके से चल रहा है। प्रशासन के साथ मिलकर बालू माफिया लुकाछिपी का खेल खेलते हैं। देखते-देखते बालू माफिया अकूत संपत्ति के मालिक हो गए हैं, लेकिन बालू माफियाओं के द्वारा अर्जित की गई। अकूत संपत्ति की जांच भी अभी तक अधिकारियों ने नहीं कराई है। अवैध खनन में लिप्त कई बालू माफियाओं के चेहरे बेनकाब हो चुके हैं। गुप्तचर एजेंसी ने भी शासन-प्रशासन को बालू माफियाओं के अवैध खनन की रिपोर्ट भेजी थी, लेकिन कार्यवाही के नाम पर नतीजा शून्य रहा।
यमुना नदी के विभिन्न बालू घाटों से अवैध खनन की शिकायत बीते दिनों डीएम एसपी से हुई शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीएम एसपी बालू घाट पहुंचे, जहां अवैध खनन की शिकायत सही मिली। मौके पर अवैध बालू खनन हो रहा था। अवैध बालू खनन पाए जाने पर डीएम एसपी ने बालू माफियाओं पर कार्रवाई का निर्देश दिया। सवाल उठता है कि अवैध खनन रोकने का जिम्मा खनन अधिकारी को मिला है लेकिन वह एसी रूम में बैठकर पूरे दिन गप्पे लड़ाते हैं। खनन कार्यालय में माफियाओं का जमघट लगा रहता है। संदिग्ध लोगों का खनन कार्यालय में पूरे दिन आना जाना लगा रहता है। इस बात की पुष्टि सीसीटीवी कैमरा करता है लेकिन उसके बाद भी कार्यालय का जमावड़ा खत्म नहीं हो रहा है। यमुना नदी के बालू घाट से अवैध खनन पर डीएम एसपी के छापामार कार्रवाई के बाद अवैध खनन पकड़े जाने पर खनन अधिकारी पर तमाम सवाल खड़े हो गए हैं। आखिरी खनन अधिकारी की संलिप्तता नहीं थी तो डीएम एसपी के पहुंचने के पूर्व खनन अधिकारी ने बालू के अवैध खनन पर कार्रवाई क्यों नहीं की? पूरे दिन कार्यालय में संदिग्ध लोगों का जमावड़ा आखिर खनन अधिकारी क्यों लगाए रहते हैं? क्या खनन अधिकारी का कार्यालय राजनीति का अखाड़ा हो गया है? जिससे पूरे दिन संदिग्ध लोगों का आना जाना लगा रहता है। इन तमाम सवालों का जवाब देने को खनन अधिकारी तैयार नहीं है। अवैध खनन रोक पाने में असफल खनन अधिकारी पर निलंबन की कार्यवाही किए जाने की मांग लोगों ने शासन प्रशासन से की है।