कौशाम्बी: भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ गिरा अविश्वास प्रस्ताव

26 सदस्यों में से केवल अध्यक्ष ने किया मतदान, नही पहुंचा कोई भी सदस्य।

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Kaushambi: भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव फिर एक बार बच गया। जिला पंचायत के 26 सदस्यों में से केवल अध्यक्ष ने मतदान किया। पक्ष और विपक्ष का एक भी सदस्य मतदान के लिए नही पहुंचा। वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर की कुर्सी एक बार फिर से बच गई।

जिला पंचायत कौशाम्बी (Kaushambi) के निर्वाचित 26 में से 20 जिला पंचायत सदस्यों ने डीएम को अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए हलफनामा सौंपा था, जिसके बाद डीएम सुजीत कुमार ने 19 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव के लिए तारीख निर्धारित की थी। शनिवार को मतदान के लिए जिला पंचायत पूरी तरह से पुलिस और प्रशासन की सुरक्षा में था, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव में विपक्ष का एक भी जिला पंचायत सदस्य नहीं पंहुचा जबकि सिर्फ जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर ने ही अपने मत का प्रयोग किया।

जिसके बाद कल्पना सोनकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नही आ सका और विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया और कल्पना सोनकर की कुर्सी एक बार फिर बच गई। वही अविश्वास प्रस्ताव नही आने से भाजपा समर्थको में ख़ुशी की लहर दिखाई पड़ रही है।

वही विपक्ष के लोगो का आरोप है कि विपक्षी सदस्य के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर उन्हें दबाव में लिए गया है। पुलिस ने मुकदमे में शामिल नाम वाले सदस्यों की गिरफ्तारी का भी प्लान बना रखा था। वही कुछ सदस्यों को प्रशासन की नोटिस और एक सदस्य का तो घर भी जमींदोज करवा दिया गया, इसलिए कोई भी सदस्य नहीं पहुंचा। विपक्ष का आरोप है कि गलत तरीका अपनाकर अध्यक्ष ने प्रशासन के साथ मिलकर सदस्यो पर मुकदमा दर्ज कराया है। जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ दम देने वाली हस्तियां किनारे हो गई हैं, जिससे जिला पंचायत अध्यक्ष के पति पूर्व ब्लॉक प्रमुख जितेंद्र सोनकर की गणित सफल हो गई है लेकिन दबाव के चलते जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी बचाने वाली भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।