Kaushambi: चरवा थाना क्षेत्र में लूट की घटना में शामिल अभियुक्तों से कथित मुठभेड़ के मामले में थाना पुलिस और एसओजी पुलिस फंसती दिख रही है। जिस अभियुक्त से पुलिस ने मुठभेड़ की कहानी बताई है। 10 सितंबर की आधी रात को उसके घर से पुलिस उसे पकड़ कर ले आई है। इस बात की शिकायत मुठभेड़ में घायल अभियुक्त के परिजनों ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराकर 11 सितंबर को अफसरो से की थी लेकिन उसके बाद 12 सितंबर की सुबह थाना पुलिस और एसओजी पुलिस ने लूट के अभियुक्त से मुठभेड़ की कहानी बताते हुए लूट की घटना का भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस मुठभेड़ में घायल लूट के अभियुक्त की इलाज के दौरान मौत हो गई है। मौत होते ही लूट के कथित अभियुक्त विजय कुमार के परिवार का आक्रोश बढ़ गया है।
विजय कुमार सोनी की मां ने पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ दिखाकर गोली मारने का आरोप लगाया है। विजय की मां ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया था। गौरतलब है कि 8 सितंबर को चरवा थाने में ज्वेलर्स के साथ लूट हुई थी, जिसके बाद एसओजी और थाना पुलिस लूट का पर्दाफाश करने में लगी थी। इसी कड़ी में 12 सितम्बर को एसओजी और चरवा पुलिस ने दो बदमाशों से मुठभेड़ दिखाया था और लूट की घटना का खुलासा कर दिया।
पुलिस द्वारा बताई गई कहानी के मुताबिक विजय कुमार सोनी और आशीष निषाद पुलिस मुठभेड़ में पुलिस की गोली से घायल हो गए और लूट का माल बरामद हुआ है। विजय सोनी के हाथ में गोली लगी थी जबकि आशीष के पैर में गोली लगी थी। विजय का इलाज प्रयागराज के एसआरएन में चल रहा था। इलाज के दौरान विजय की मौत हो गई। मौत के बाद एसआरएन पहुंची मां ने रो-रो कर बताया कि 10 सितंबर की रात पुलिस उसके घर पर सो रहे विजय को घर से तोड़फोड़ कर मारपीट करते हुए लेकर गई थी। जिसकी शिकायत 11 सितम्बर को मुख्यमंत्री से की गई थी।उसके बाद पुलिस ने 12 सितंबर की सुबह मुठभेड़ की कहानी बताते हुए उसके बेटे को मार डाला है। चरवा थाना पुलिस और एसओजी पुलिस के कथित मुठभेड़ की उच्च स्तरीय जांच हुई तो चौंकाने वाले खुलासे होंगे।