कौशाम्बी: प्रेमी से पति बने युवक ने परिजनों संग की विवाहिता की हत्या

विवाहिता की लाश गायब करने के बाद ताला बंद करके पूरा परिवार हुआ फरार

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Kaushambi: कोखराज थाना क्षेत्र के खोजवापुर गांव का एक युवक कुछ वर्षों पूर्व दूसरे गांव की एक युवती को प्रेम जाल में फंसा कर अपने साथ लेकर फरार हो गया था। युवती के पिता ने मामले की सूचना पुलिस को दी थी लेकिन दोनों बालिग होने के चलते पुलिस मामले में कुछ नहीं कर सकी और दोनों प्रेमी युगल ने साथ जीने मरने की कसम खाकर शादी कर ली। जीविकोपार्जन के लिए प्रेमी युगल दिल्ली (Delhi) चले गए। जहां दो साल से प्रेमी युगल रह रहे थे लेकिन इसी बीच मायके से दहेज लाने की डिमांड शुरू हो गई। विवाहिता के पिता ने दहेज देने में असमर्थता जताई, जिससे दांपत्य जीवन में विवाद बढ़ने लगा। युवती को भगाकर शादी करने के मामले को लेकर युवक के परिजन भी लोक लाज, मान सम्मान का लगातार हवाला देते रहें। जिससे दांपत्य जीवन में लगातार विवाद बढ़ता गया।

30 जुलाई को दोनों दिल्ली से वापस कोखराज थाना क्षेत्र के खोजवापुर गांव लौटे। दो दिन पहले विवाहिता की हत्या कर लाश गायब कर दी गई है। पूरे गांव में जन जन की जुबान में इस बात की चर्चा है। मामले की जानकारी विवाहिता के पिता को लगी तो कोखराज थाना पहुंचकर विवाहिता के पिता ने युवक और उसके पिता समेत चार लोगों के विरुद्ध तहरीर दी। शिकायती पत्र मिलने के बाद पुलिस ने विवाहिता की हत्या कर लाश गायब करने के मामले में 4 लोगों के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है। युवक के घर में ताला बंद है। पूरा परिवार फरार है, जिनकी तलाश सरगर्मी से पुलिस कर रही है।

जानकारी के मुताबिक पिपरी थाना क्षेत्र के चलोली गांव निवासी शंकर लाल पुत्र छोटेलाल की बेटी मनीषा उम्र 24 वर्ष दो वर्ष पहले कोखराज थाना क्षेत्र के खोजवा पुर गांव निवासी मानसिंह पुत्र मंगल प्रसाद के साथ फरार हो गई थी। बेटी के फरार होने पर शंकरलाल ने पुलिस से फरियाद की। पुलिस ने दोनों को खोज निकाला लेकिन बातचीत के दौरान दोनों ने बालिक होने का प्रमाण पत्र दिया और साथ जीने मरने की कसम खाई। बालिग होने के चलते पुलिस दोनों को अलग नहीं कर सकी और दोनों ने शादी कर ली।

जीविकोपार्जन के लिए मनीषा अपने पति मानसिंह के साथ दिल्ली चली गई लेकिन प्रेमी से पति बने मानसिंह और मनीषा के बीच कुछ दिन में ही विवाद की खाई खिंच गयी। दोनों के बीच मारपीट विवाद होने लगा। दहेज की डिमांड शुरू हो गई। बेटी के पिता ने गरीबी का हवाला देकर दहेज देने में असमर्थता जताई, जिससे मनीषा के साथ अत्याचार बढ़ गया। आए दिन मारपीट होने लगी। मनीषा ने मामले की जानकारी पिता और भाइयों को दी। लोगों ने समझाया बुझाया भी लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा।

30 जुलाई को पति के साथ मनीषा खोजवापुर गांव वापस लौटी। जहां दो दिन बाद मनीषा की हत्या कर लाश बोरे में भरकर गायब कर दी गई है। मामले की जानकारी मिलते ही मनीषा के पिता कोखराज थाने पहुंचे। पिता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।पुलिस लाश की खोजबीन में लगी है लेकिन खबर लिखे जाने तक लाश नहीं मिल सकी है। बताया जाता है कि मनीषा की हत्या के बाद उसका पति फरार हो गया है। पूरे घर में ताला बंद है। पुलिस आरोपियों की तलाश में सरगर्मी से लगी है लेकिन खबर लिखे जाने तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।