उत्तर प्रदेश: कौशाम्बी जिले (Kaushambi) के सैनी थाना क्षेत्र के अन्तर्गत गुलामीपुर निवासी रामनरेश प्रजापति ने अपनी पुत्री मंजू देवी की शादी 2021 मे सिराथू वार्ड नंबर 4 हौलीपर निवासी बृजेश पुत्र रामपाल से की थी। शादी के बाद सब कुछ समान्य चल रहा था। इधर कुछ दिनों से पति पत्नी के बीच खट पट होने की वजह से मंजू देवी अपने मायके चली गयी थी। तभी पति बृजेश कुमार ने अभी हाल मे ही जनपद मे हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह मे दूसरी शादी रचा ली। जिसका स्टेटस सोशल मिडिया मे भी खूब वायरल हुआ। सोशल मिडिया मे वायरल फोटो और वीडियो से जानकारी होते ही पहली पत्नी मंजू देवी ने मुख्यमंत्री सहित कौशाम्बी जनपद (Kaushambi) के उच्च अधिकारियो से प्रार्थना पत्र दे कर न्याय की गुहार लगाई। फिलहाल पुलिस जाँच मे जुट गयी है।
आखिर बिना भौतिक सत्यापन के कैसे हो गयी सरकारी विवाह की स्वीकृति?
कौशाम्बी (Kaushambi) सरकार द्वारा सामूहिक विवाह योजना से जहाँ पर गरीब घरों की लाडली का घर बस रहा है।वही विभागीय जिम्मेदारो के चलते बेकसूर गृहणीयों का घर उजड़ रहा है। सामूहिक विवाह योजना मे जिम्मेदारो द्वारा वर एवं कन्या पक्ष का सत्यापन भी किया जाता है लेकिन जिम्मेदारो की लापरवाही के चलते पहली पत्नी के रहते युवक ने दूसरी शादी कैसे रचाई सही से जाँच हुई तो विभागीय जिम्मेदारो का फसना तय है। आस पास के क्षेत्र में यह विवाह चर्चा का विषय बना हुआ है।