उत्तर प्रदेश के कौशांबी जनपद मुख्यालय मंझनपुर के नहर रोड के पास सोमचंद द्विवेदी कॉलेज परिसर में लगे सागवन के हरे भरे विशाल सैकड़ों पेड़ को लकड़ी माफियाओं द्वारा इलेक्ट्रॉनिक आरा मशीन के जरिए 3 दिन से काटा जा रहा है। पूरे दिन दर्जनों मजदूरों को लगाकर इलेक्ट्रॉनिक आरा मशीनों से हरे भरे सागवान के पेड़ की कटाई होती है लेकिन उसके बाद भी पेड़ों की कटान रोकने का प्रयास अधिकारियों ने नहीं किया है।
जनपद मुख्यालय मंझनपुर में लकड़ी माफियाओं का इस कदर बोलबाला है। विभाग के अधिकारी तमाशबीन बने हुए हैं और आए दिन लकड़ी माफिया वन विभाग के कार्यालय के अफसरों के पास देखे जाते हैं। जिला मुख्यालय में डीएम एसपी की मौजूदगी के बाद लकड़ी माफियाओं के हौसले कम नहीं हुए हैं। मंझनपुर थाना पुलिस भी अवैध लकड़ी कटान पर 3 दिन बाद भी कटान रोकने नहीं पहुंच सकी हैं। सूत्रों की माने तो अवैध कटान रोकने वाले लोग लकड़ी माफियाओं के हाथ बिक चुके हैं और मोटी रकम वसूली में लगे हैं।
बेखौफ तरीके से लकड़ी माफियाओं ने सोम चंद्र द्विवेदी गेस्ट हाउस स्कूल परिसर में लगे सागवान के सैकड़ों हरे पेड़ को 3 दिन के बीच काट दिए गए। काटे गए पेड़ की आधी लकड़िया भी माफिया उठा ले गए मामले की शिकायत वन विभाग से हुई लेकिन शिकायत के बाद भी हरे पेड़ों के कटान को रोकने का प्रयास किया गया। हरी लकड़ियों को विभाग के कब्जे में लेने का प्रयास लकड़ी माफिया और स्कूल संचालक पर मुकदमा दर्ज करा कर उनकी गिरफ्तारी कराए जाने उनसे जुर्माना वसूले जाने की कार्यवाही तक नहीं हो सकी है।
एक तरफ सरकार वृहद पौधारोपण की बात कर रही है आए दिन मीटिंग होती है लेकिन पौधारोपण कराने की बात करने वाले वन विभाग के अफसर भी अवैध कटान को नहीं रोक सके हैं। सवाल उठता है कि धरती कैसे हरी भरी होगी एक तरफ पेड़ काटे जाएंगे दूसरी तरफ पेड़ लगाए जाएंगे जब लगातार हरे पेड़ों की कटान जारी रहेगी तो कैसे धरती में हरियाली होगी कैसे पर्यावरण का संरक्षण होगा यह बड़ा सवाल है। मुख्यालय में पेड़ काटे जाने के मामले को प्रमुखता से लेना होगा और बेखौफ लकड़ी माफियाओं पर कठोर कार्रवाई करनी होगी।