Kaushambi: सूचना देने के बाद भी आग बुझाने नहीं पहुंच सका फायर ब्रिगेड का वाहन कौशाम्बी (Kaushambi) चायल तहसील क्षेत्र के पेराई और तिलगुड़ी गांव के सरहद पर दो किसानों के खेत में शुक्रवार की दोपहर विद्युत की शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लग गई। देखते ही देखते 2 किसानों के खेत मे खड़ी 4 बीघा गेहूं की फसल तेज लपटों के साथ जलने लगी। खेत में आग लगने की जानकारी मिलते ही मौके पर तमाम किसान पहुंचे। मामले की सूचना फायर ब्रिगेड के अधिकारियों को फोन के जरिए दी गई, लेकिन फायर ब्रिगेड के अधिकारी काफी देर तक घटनास्थल पर वाहन लेकर नहीं पहुंच सके। जिस पर ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया। ग्रामीण आग पर काबू नहीं पाते तो आसपास के तमाम अन्य किसानों के खेत की फसल जलकर राख हो जाती। मामले की सूचना ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और लेखपाल को दी। मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान राम प्रकाश साहू और लेखपाल पंकज सिंह ने अग्निकांड की घटना की जांच पड़ताल कर अधिकारियों को सूचना भेज दी। किसानों के खेत जल जाने के बाद परिवार में दुख का पहाड़ टूट पड़ा है।
घटनाक्रम के मुताबिक चायल तहसील क्षेत्र के पिपरी थाना अंतर्गत पेराई गांव निवासी राम लखन पुत्र सुब्बा सिंह और तिलगुड़ी गांव के मन्ना लाल यादव पुत्र स्वर्गीय राम मनोहर यादव का खेत दोनों गांव के सरहद पर अगल-बगल है। शुक्रवार की दोपहर दोनों किसानों के खेतों में अचानक आग लग गई। देखते-देखते खेत की फसलें जलने लगी। खेत में आग लगने की जानकारी मिलते ही आसपास मौजूद लोगों ने हो-हल्ला मचाया। सूचना मिलते ही खेत मालिक किसान के साथ-साथ गांव के अन्य किसान और मजदूर मौके पर पहुंचे। कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। इस अग्निकांड में दोनों किसानों के 4 बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई है।
बताया जाता है कि अग्निकांड में किसानों का लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। किसानों के सामने मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। अग्निशमन दल विभाग के अधिकारियों की लापरवाही इसके पहले भी कई बार उजागर हो चुकी है। मौके पर शुक्रवार को फिर आग बुझाने अग्निशमन दल के अधिकारी नहीं पहुंचे, जिससे एक बार फिर अग्निशमन दल के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। जिससे किसानों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। अग्निशमन दल विभाग के अधिकारियों की बार-बार लापरवाही उजागर होने पर मामले को आला अधिकारियों को गंभीरता से लेते हुए अग्निशमन दल विभाग के अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग ग्रामीणों ने की है।