Kaushambi: सहकारी समितियों में गुणवत्तापूर्ण निर्धारित मूल्य पर किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराए जाने का अधिकारियों का दावा हवा हवाई साबित हो रहा है। सहकारी समितियों के सचिव और कर्मचारी समितियों की उर्वरक को कालाबाजारी में लिप्त है, जिससे किसानों को समितियों से उर्वरक नहीं मिल रही है। सहकारी समितियां से उर्वरक ना मिलने से किसान परेशान है। खुले बाजार में मिलावटी घटिया क्वालिटी की उर्वरक किसानों के खेतों में काम नहीं कर रही है। इतना ही नहीं खुले बाजार में उर्वरक निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर पूरे वर्ष व्यापारियों द्वारा बेची जाती है। मजबूर किसान कालाबाजारी की उर्वरक लेकर फसलों में छिड़काव करते हैं। बताया जाता है कि नेवादा स्थित सहकारी समिति और तिलगोड़ी स्थित सहकारी समिति में उर्वरक आने के बाद रातों-रात उर्वरक गायब हो गई है। किसान सहकारी समितियों का चक्कर लगाते हैं लेकिन उन्हें उर्वरक नहीं मिल पाती है। कालाबाजारी में लिप्त सचिव और कर्मचारी पर कार्यवाही किए जाने की मांग इलाके के किसानों ने की है।
कौशांबी: सरकारी समितियों से उर्वरक न मिलने पर किसान परेशान
समिति के जिम्मेदार उर्वरक की कालाबाजारी कर रहे मालामाल