Kaushambi: सिराथू तहसील अंतर्गत कोखराज थाना क्षेत्र के मारूफपुर गांव में सुनीता केसरवानी की जमीन पर जबरिया दबंग परिवार कब्जा कर रहे हैं। जबकि सुनीता देवी की जमीन के मामले में उप जिलाधिकारी ने स्पष्ट आदेश दिया है। लेखपाल ने भी स्पष्टीकरण किया है, लेकिन उसके बाद भी दबंग अपने पीछे की जमीन छोड़कर आगे की जमीन पर कब्जा करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। आए दिन गाली गलौज करते हैं। मारपीट करते हैं। आखिर इन दबंगों को किस का संरक्षण मिला है, जिससे दूसरे की जमीन कब्जा करने वाले मनमानी पर उतारू है। स्थानीय थाना पुलिस दबंगों पर कार्रवाई करती नहीं दिख रही है।
बताते चलें कि सुनीता केसरवानी पत्नी राकेश कुमार व संदीप केसरवानी पुत्र सुरेश कुमार गौरा रोड़ भरवारी तहसील चायल ग्राम मारुफपुर की आराजी संख्या 19 मि० रकबा 0.0210 के सहखातेदार है। लेखपाल पवनकुमार राय के स्पष्ट चिंन्हीकरण के अनुसार सुनीता केसरवानी आदि अपनी जमीन पर निर्माण कर रहे हैं, लेकिन पंकज यादव पुत्र बुद्धिलाल अपने अन्य भाइयों, परिवार व घर की महिलाओं को आगे कर दबंगई के बल पर उक्त लोगो की जमीन पर निर्माण को रोककर जबरिया कब्जा का प्रयास कर रहे हैं। पंकज यादव के शिकायत पर पुलिस निर्माण रोकने पहुंच जाती है जिससे पीड़ित सुनीता केसरवानी ने मामले की शिकायत पुलिस की है।
बताते चलें कि पंकज यादव आदि अपने पडोसी महिला सुनीता केसरवानी व संदीप केसरवानी की कीमती जमीन रोड़ फ्रंट में होने की वजह से पंकज यादव का परिवार कब्जा की फिराक में लगा है। जिससे विवाद की स्थिति बनी हुई है। पंकज यादव के परिवार में संख्या बल अधिक होने से वह अपनी दबंगई के कारण सुनीता केसरवानी की जमीन पर कब्जा कर विवाद की स्थिति खड़ा कर रहा है। बार्डर में कीमती जमीन होने के कारण जबरन बदनीयती के कारण लड़ाई झगड़ा कर मकान ना बनाने देने पर अमादा है। गलत शिकायत पर भी पुलिस सच्चाई देखे बगैर निर्माण रोकने पहुंच जाती है। दूसरे की जमीन पर कब्जा करने की नियत रखने वाले पंकज यादव आदि पर पुलिस ने कार्यवाही नहीं की है। मकान बनाने में बाधा बनना व परेशान करना, प्रशासन के प्रयास व समझाने व कागजात मांगने पर पंकज यादव परिवार का कागज ना दिखाना व जमीन नपवाने का समय एक हफ्ता देने के बाद भी कुछ ना करना उसके दबंगई का जीता जागता सबूत है।
राजस्व अभिलेखों के अनुसार नक्शा में भी महिला सुनीता केसरवानी का गाटा आगे है जबकि पीछे पंकज यादव परिवार की जमीन लेखपाल बता चुके हैं लेकिन पंकज यादव परिवार भाइयों व घर की महिलाओं के साथ मिलकर सुनीता केशरवानी आदि के साथ मार पीट झगड़ा पर अमादा है। दबंग पंकज यादव वा उनके परिवार की महिलाओं व परिवार जनों के आगे स्थानीय प्रशासन नतमस्तक दिखाई पड़ रहा है। आखिर कैसे सुनीता केसरवानी व संदीप को उपजिलाअधिकारी के आदेश पर लेखपाल के स्पष्टीकरण करने के बावजूद अपनी जमीन पर कब्जा मिलेगा। दूसरे की जमीन पर जबरिया कब्जा करने की नीयत रखने वालों पर क्या प्रशासन कठोर कार्रवाई कर दबंग का हौसला तोड़ेगा।