कौशाम्बी: जिलाधिकारी ने की जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक

संयुक्त जिला चिकित्सालय में अन्य जनपदों की कुल 419 गर्भवती महिलाओं के हुए प्रसव, जिला अस्पताल में मरीजों को मिल रहीं बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें।

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उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिलाधिकारी सुजीत कुमार द्वारा उदयन सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक की गई। बैठक में जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता आकाश दीप ने बताया कि संयुक्त जिला चिकित्सालय, कौशाम्बी में अन्य जनपदों की कुल 419 गर्भवती महिलाओं के प्रसव हुए है। जिसमें जनपद फतेहपुर की 238, जनपद चित्रकूट की 106, जनपद प्रयागराज की 47 तथा अन्य जनपदों के 28 सम्मिलित हैं। इससे स्पष्ट है कि जिला अस्पताल कौशाम्बी में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराई जा रहीं हैं।

जिलाधिकारी ने परिवार कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि 98 प्रतिशत लाभार्थियों का भुगतान किया जा चुका है, जिस पर जिलाधिकारी ने शेष लाभार्थियों का भी भुगतान शीघ्र कराने के निर्देश दियें।

उन्होंने संस्थागत प्रसव में अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर संस्थागत प्रसव में अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश देते हुए कहा कि अगर किसी आशा द्वारा निजी अस्पताल लेकर जाकर प्रसव कराया जा रहा है तो ऐसी आशाओं को चिहिन्त कर उनके विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से जिला अस्पताल के लिए रेफर मरीज, जिला अस्पताल पहुंचे या नहीं इस पर विशेष ध्यान दिया जाये।

जिलाधिकारी ने ‘जिला अस्पताल के 13 नम्बर कक्ष में मरीज से अवैध वसूली’ विषयक सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो का संज्ञान लेते हुए सीएमएस को जॉच करने तथा दोषी पाये जाने पर सम्बन्धित कर्मी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दियें। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना के तहत आशाओं का भुगतान शीघ्र सुनिश्चित कराने के निर्देश दियें हैं।

उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत लाभार्थियों को दिये जा रहें भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये।
भोजन की गुणवत्ता ठीक न पाये जाने पर सम्बन्धित स्वयं सहायता समूह के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित किया जाय। इसके साथ ही उन्होंने रोगी कल्याण समिति की समीक्षा बैठक नियमित रूप से कराने तथा अभियान चलाकर ई-कवच पर शत-प्रतिशत फीडिंग सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये।

उन्होंने पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत नियमित रूप से अल्ट्रासाउण्ड सेन्टरों की विधिवत जॉच करने के भी निर्देश दियें। उन्होंने नियमित टीकाकरण की विस्तृत समीक्षा के दौरान अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर प्रगति लाने के निर्देश दियें। बैठक में बताया गया कि वीएचएसएनडी सेशन पर आगनबाड़ी कार्यकत्री वजन मशीन सहित अन्य आवश्यक उपकरण लेकर नहीं जा रहीं है। जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि वे सुनिश्चित करें कि सभी ऑगनबाड़ी कार्यकत्री वीएचएसएनडी सेशन पर आवश्यक उपकरण लेकर अवश्य जायें।

बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत दिसम्बर में कुल 3823 गर्भवती महिलाओं की जॉच की गई। जिसमें 269 अति जोखिमग्रस्त गर्भवती महिलाओं का भी उपचार किया गया। बैठक में बताया गया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत दिसम्बर माह तक कुल 5 लाख 492 गोल्डेन कार्ड बनाये जा चुकें हैं, जिस पर जिलाधिकरी ने जिलापूर्ति अधिकारी एवं जिला पंचायतराज अधिकारी से समन्वय कर गोल्डेन कार्ड बनाये जाने के कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दियें।

जिलाधिकारी द्वारा राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर, मातृ-मृत्यु सूचना एंव आडिट, प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान, राष्ट्रीय कुष्ठ रोग कार्यक्रम एवं क्षय रोग नियन्त्रण कार्यक्रम आदि की प्रगति की भी विस्तृत समीक्षा की गई। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुष्पेन्द्र कुमार, सीएमएस सुनील शुक्ला सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।