कौशाम्बी: जिला चिकित्सालय में बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध

जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने की जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक

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Kaushambi: जिलाधिकारी सुजीत कुमार द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने परिवार कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिराथू एवं कनैली में अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए कार्ययोजना बनाकर लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्हांने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को लाभार्थियों एवं आशाओं के भुगतान में शत-प्रतिशत प्रगति सुनिश्चित करने तथा संस्थागत प्रसव में अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दियें।

उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि ऐसी आशाओं को चिन्हित किया जाय, जो मरीजों को निजी अस्पतालों में ले जाने का कार्य कर रहीं हैं। उन आशाओं के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। इसके साथ ही उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि वीएचएसएनडी सेशन पर आवश्यक सामग्री लेकर न जाने वाली/लापरवाही बरतने वाली एएनएम को चिन्हित कर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग में आकांक्षात्मक विकास खण्ड कौशाम्बी (Kaushambi) पूरे देश में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर 02 करोड़ रूपये पुरस्कार स्वरूप नीति आयोग से मिलेगा। इस सम्बन्ध में उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारी कनैली को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए आवश्यकतानुसार चिकित्सीय उपकरण/सुविधाओं के लिए प्रस्ताव तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश दियें, ताकि क्षेत्र के लोगों को और बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी जा सकें।

उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को माइक्रोप्लॉन बनाकर नियमित टीकाकरण में प्रगति लाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस पर विशेष ध्यान दिया जाय कि कोई भी बच्चा छूटने न पाये। उन्होंने आर0सी0एच0 पोर्टल, ई-कवच एवं मंत्रा ऐप पर शत-प्रतिशत फीडिंग सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दियें। उन्हांने पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत नियमित रूप से अल्ट्रासाउण्ड सेन्टरों की गहनता से जॉच करने के निर्देश देते हुए कहा कि कमी पाये जाने पर कड़ी कार्यवाही किया जाय। उन्होंने नियमित रूप से रोगी कल्याण समिति की बैठक करने के भी निर्देश दिये।

बैठक में जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता श्री आकाश दीप ने बताया गया कि संयुक्त जिला चिकित्सालय, कौशाम्बी (Kaushambi) में अन्य जनपदों की 362 गर्भवती महिलाओं के प्रसव हुए है, जिसमें से जनपद फतेहपुर की 200, जनपद चित्रकूट की 95, जनपद प्रयागराज की 44 तथा अन्य जनपदों के 30 सम्मितिल हैं। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिला अस्पताल में नवम्बर माह में कुल 3224 प्रसव हुए हैं तथा केवल 129 गर्भवती महिलाओं को ही हायर फैसिलिटी सेन्टर के लिए रेफर किया गया हैं, इससे स्पष्ट है कि जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिला अस्पताल में उच्च स्तर की स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की जा रहीं हैं।

बैठक में बताया गया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक कुल 4 लाख 67 हजार 550 से अधिक गोल्डेन कार्ड बनाये जा चुकें हैं, जिस पर जिलाधिकरी ने जिलापूर्ति अधिकारी एवं जिला पंचायतराज अधिकारी से समन्वय कर गोल्डेन कार्ड बनाये जाने के कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दियें। बैठक में बताया गया कि ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा वीएचएसएनडी सेशन पर वजन मशीन नहीं ले जाया जा रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं सीडीपीओ कड़ा, सिराथू व नेवादा से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दियें।जिलाधिकारी द्वारा राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर, मातृ-मृत्यु सूचना एंव आडिट, प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान, राष्ट्रीय कुष्ठ रोग कार्यक्रम एवं क्षय रोग नियन्त्रण कार्यक्रम आदि की प्रगति की भी विस्तृत समीक्षा की गई। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुष्पेन्द्र कुमार, सीएमएस सुनील शुक्ला सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।