Kaushambi: भारत सरकार द्वारा केन्द्र पोषित डिजिटल मिशन ऑन एग्रीकल्चर घटक के अन्तर्गत प्रदेश में उगाई जाने वाली फसलों के रियल टाइम सर्वेक्षण के लिए एग्री स्टैंक परियोजना शुरू की गयी है। इस परियोजना के अन्तर्गत जियो-रेफरेन्स आधारित फसल की फोटो के साथ डिजिटल क्राप सर्वे कार्यक्रम किया गया। वर्तमान वित्तीय वर्ष में रबी-2024 से जनपद कौशाम्बी (Kaushambi) में शत प्रतिशत गाटों का ई-खसरा पड़ताल के लिए राजस्व लेखपालों एवं कृषि विभाग के कर्मियों द्वारा सर्वे कराये जाने के लिए आज गुरुवार को सम्राट उदयन सभागार कलेक्ट्रेट मंझनपुर में प्रशिक्षण प्रदान कर शुभारम्भ किया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारम्भ कृषि मंत्री सूर्य प्रताप साही के अभिभाषण समारोह कृषि भवन, लखनऊ के अडिटोरियम सभागार के सजीव प्रसारण के साथ किया गया। कृषि मंत्री द्वारा अपने अभिभाषण में राजस्व लेखपालों व कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मियों का आभार व्यक्त कर ई-खसरा पड़ताल से होने वाले लाभ की जानकारी दी गयी। कृषि मंत्री द्वारा कृषकों को बीमा, मौसम एवं वर्षा से होने वाली फसलों की क्षति की भरपाई के लिए ई-खसरा पड़ताल के उपयोगी होने की चर्चा की गयी।
सम्राट उदयन सभागार में कृषि एवं राजस्व कर्मी उपस्थित रहें। इनके अतिरिक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के अध्यक्ष अपर जिलाधिकर वित्त एवं राजस्व अरूण कुमार गोंड, कृषि विभाग के अधिकारीगण सतेन्द्र कुमार तिवारी, उप कृषि निदेशक कौशाम्बी, जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार गौतम, जिला कृषि रक्षा अधिकारी इन्द्रजीत यादव एवं उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी, सुश्री सुरूचि विश्वकर्मा एवं अपर जिला कृषि अधिकारी अनुज कुमार मौर्य एवं राजस्व विभाग के नायब तहसीलदार सौरभ कुमार ओम प्रकाश, एवं विनय कुमार उपस्थित रहे।