यूपी के कानपुर (Kanpur) में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और इस ठंड के साथ-साथ शीतलहर भी जमकर चल रही है। ऐसे में लोग शीत लहर की चपेट में आ रहे हैं और बीमार पड़ रहे हैं जिनको अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। जहां उनका डॉक्टरों की देखरेख में इलाज किया जा रहा।
अस्पतालों में मरीजों की बढ़ रही संख्या
कानपुर (Kanpur) में इस वक्त ठंड ने लोगों को मुसीबत में डालने का काम कर दिया है। यहां लगातार ठंड लोगों को परेशान कर रही है और इसी परेशानी के चलते अब लोग बीमार होने लगे हैं। यही कारण है कि अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। खासकर कर कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल, हैलट हॉस्पिटल, मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल और जिला अस्पताल उर्सला की ओपीडी में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। इन अस्पतालों की इमरजेंसी में भीड़ बढ़ गई हैं। यह सर्दी दिल के मरीजों को खासा परेशान कर रही है ओर ठंड से बचने के लिए अलाव का इंतजाम कर रहे हैं।
डॉक्टर ने दी एतियाद बरतने की सलाह
शहर में लगातार ठंड के वजह से मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इन सबके बीच कॉर्डियोलॉजी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. राकेश कुमार वर्मा का कहना है कि बुजुर्गों को कड़ाके की सर्दी में कोल्ड अटैक के साथ हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है लेकिन युवा घऱ से बाहर ज्यादा रहते हैं। ऐसे में उन्हें भी कोल्ड या हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। यही कारण है कि युवाओं को भी अटैक पड़ रहे हैं। रोज ही कॉर्डियोलॉजी हॉस्पिटल में कई युवा मरीज आते हैं। वहीं हैलट अस्पताल के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि सर्दी में बीपी और शुगर लोगों को ज्यादा परेशान करता है। अगर किसी को पहले से बीपी की शिकायत है, वे लोग अपना बीपी कंट्रोल में रखने का प्रयास करें। ऐसा न होने पर अपने से कोई दवा न लें। डॉक्टर को दिखाकर ही दवा का सेवन करें। उन्होंने बताया कि मरीजों में बीपी की दवा गर्मियों में अलग और सर्दियों में अलग चलती है।