कंझावला कांड (Kanjhawala Case) में गुजरात से आयी नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की टीम सुल्तान पुरी पुलिस स्टेशन में कार की जांच कर रही है| इस केस की गहन जाँच के लिए लाश की एक डमी बनाई गई है| फोरेंसिक टीम सबूत इक्क्ठा करने की कोशिश में लगे हुए है|
कार के नीचे के हिस्से को सही तरह से जांच करने के लिए बाकायदा क्रेन को बुलाया गया है| क्रेन के द्वारा कार को ऊपर उठाया जा रहा है, जिसके बाद एक्सपर्ट की टीम कार के उस हिस्से की जांच करेगी जहां अंजलि फंसी थी|
सभी आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है
गौरतलब है कि कंझावला कांड (Kanjhawala Case) के सभी आरोपियों को सोमवार को रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया था| रोहिणी कोर्ट ने सभी 6 आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था| इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने आरोपियों का कथित तौर पर बचाव करने वाले मामले के एक अन्य आरोपी अंकुश खन्ना को शनिवार को जमानत दे दी थी|
पुलिस ने इस मामले में पहले दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल को हिरासत में लिया था| बाद में, आशुतोष और अंकुश खन्ना को भी पुलिस अपने हिरासत में ले ली थी| इस बीच आरोपी आशुतोष ने आज जमानत याचिका लगाई है| उसकी जमानत याचिका पर अगले सप्ताह मंगलवार को सुनवाई होगी|
इससे पहले आरोपियों ने माना है कि, गाड़ी के नीचे अंजलि के फंसे होने की बात उन्हें मालूम थी| आरोपियों ने पुलिस से कहा कि, हादसे के बाद उन्होंने कई बार कार का यू टर्न लिया, क्योंकि वे बहुत डर गए थे| सूत्रों के अनुसार, उन्होंने यह भी माना है कि कार में तेज म्यूजिक चलने वाली कहानी झूठी थी| गौरतलब है कि आरोपियों ने कहा था कि तेज म्यूजिक के चलते उन्हें अंजली की आवाजें सुनायी नहीं दी थी।