Kalyan Banerjee ने जगदीप धनखड़ की नक़ल उतारने के मामले पर दी सफाई

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी (Kalyan Banerjee) ने कहा कि मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का कभी नहीं था। धनकड़ साहब मुझसे बहुत वरिष्ठ हैं।

0
53

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) की मिमिक्री का मामला राजनीतिक गलियों में खूब गरमा हुआ है। भारतीय जनता पार्टी जहां विपक्ष पर उपराष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगा रही है वहीं, विपक्ष ने भी सरकार को घेरा है। इस बीच जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) की मिमिक्री करने वाले टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी (Kalyan Banerjee) ने सफाई दी है।

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी (Kalyan Banerjee) ने कहा कि मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का कभी नहीं था। धनकड़ साहब मुझसे बहुत वरिष्ठ हैं। मुझे नहीं पता कि उन्होंने इसे अपने ऊपर क्यों लिया है। मेरा सवाल यह है कि अगर उन्होंने इसे अपने ऊपर ले लिया है, तो क्या वे राज्यसभा में इस तरह का व्यवहार करते हैं?

मिमिक्री विवाद पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी (Kalyan Banerjee) ने कहा कि मेरा कभी भी किसी को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी 2014-2019 के बीच लोकसभा में मिमिक्री की थी। टीएमएसी सांसद ने कहा कि मिमिक्री करना एक कला है। इसे किसी के अपमान से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने कहा कि टीएमसी सांसद द्वारा मिमिक्री करके उनका अपमान किया गया है। किसान समाज को अपमानित किया गया, मेरी जाति को अपमानित किया गया। पद की गरिमा बचाना मेरा काम है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने कहा कि जगदीप धनखड़ की कितनी भी बेइज्जती कर लें मुझे इसकी परवाह नहीं है। मगर मेरे भारत के उपराष्ट्रपति की, किसान समाज एवं मेरे वर्ग का अपमान हुआ है। मैं पूरी आहुति दे दूंगा हवन में, मगर मैं ये बर्दाश्त नहीं करूँगा कि मेरी पद की गरिमा मैं सुरक्षित नहीं रख पाया।

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि कोई कितनी भी उनकी बेइज्जती कर ले, उसे वह ‘खून के घूंट पी कर’ सहन कर लेते हैं लेकिन वह कभी यह बर्दाश्त नहीं करेंगे कि कोई उपराष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाए। संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की कार्यवाही कई दफा बाधित होने के बाद ग्यारह बजकर 45 मिनट पर पुन: आरंभ हुई तो कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने फिर एक बार विपक्ष की मांग दोहराई।

इस पर सभापति धनखड़ ने संसद परिसर में कुछ सांसदों की ओर से ‘अशोभनीय आचरण’ किए जाने की घटना की ओर से इशारा करते हुए कहा कि सिंह को इस बात का अंदाजा भी नहीं है कि उन्हें कितनी पीड़ा हुई है। उन्होंने कहा, ‘आपकी चुप्पी मेरी कानों में गूंज रही है।’

वही कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि ‘मिमिक्री’ (नकल उतारने) का मुद्दा उठाकर 142 सांसदों के निलंबन से ध्यान भटकाने के अंधाधुंध प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद के इतिहास में आज तक कभी भी इतने बड़े पैमाने पर सांसदों का निलंबन नहीं हुआ है।