Jharkhand: लड़की ने भाग के शादी करने से किया इंकार तो प्रेमी ने ले ली जान

नाबालिग छात्रा की निर्मम हत्या में शामिल मृतिका के प्रेमी संतोष कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।

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Uttar Pradesh

लावालौंग जिले के थाना क्षेत्र के पोटम गांव में चर्चित नाबालिग हत्याकांड को अधिकारियों ने 48 घंटे से भी कम समय में पर्दाफाश कर दिया है। घटना के बाद एसपी राकेश रंजन के द्वारा मामले का खुलासा सिमरिया एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी के नेतृत्व में गठित एसआईटी की टीम ने 48 घंटों के अंदर कर दिया।

नाबालिग छात्रा की निर्मम हत्या में शामिल मृतिका के प्रेमी संतोष कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने छात्रा की हत्या में प्रयुक्त पत्थर, चप्पल, छात्रा के कपड़े और घटना के दौरान उपयोग में लिया गया फोन भी बरामद कर लिया गया है।

मामले का उद्भेदन करते हुए सिमरिया एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी ने बताया कि नाबालिग छात्रा की हत्या की घटना को प्रेम विवाद से नाराज होकर उसके ही प्रेमी संतोष कुमार ने अंजाम दिया था। उन्होंने बताया कि मृत छात्रा और गिरफ्तार आरोपी के बीच पूर्व से ही प्रेम प्रसंग चल रहा था।

इसी दौरान घटना के दिन छात्रा को उसके प्रेमी ने गांव के पास के ही जंगल मे मिलने के लिए बुलाया था। जहां मृत छात्रा को अपने साथ भाग कर शादी करने के लिए दबाव बना रहा था। जिसको छात्रा ने यह कहकर ठुकरा दिया था कि इससे परिवार वालों के इज्जत और मान सम्मान को ठेस पहुंचेगा। प्रेमिका के इसी बात से नाराज प्रेमी ने पत्थर से कुचलकर उसे मौत के घाट उतार दिया था।

गौरतलब है कि लावालौग थाना क्षेत्र के पोटम गांव निवासी छात्रा जो लावालौंग के ही कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 11वीं कक्षा में थी। वह गर्मी की छुट्टियां मनाने आपने गांव आई थी। इसी दौरान बीते मंगलवार को छात्रा अपने गांव के पास के ही महुआ पेड़ से डोरहा चुनने के लिए गई हुई थी। इसी दौरान वह अचानक संदेहास्पद रूप से लापता हो गई थी।

हत्या कर झाड़ियों में फेंका शव

छात्रा के लापता होने के बाद परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन की थी लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा था। इसी दौरान ग्रामीणों ने गांव के जंगल के झाड़ियों में फेंका हुआ छात्रा का शव और उसके कपड़े देखे थे। जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को मौके से बरामद करते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया था।

वहीं घटना के बाद मृतिका के पिता बृजेश यादव व परिजनों और गांव वालों का कहना था कि छात्रा की हत्या से पूर्व उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है। जिसके बाद पत्थर अथवा अन्य किसी धारदार हथियार से हमला कर उसकी हत्या की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मर्डर केस की गुत्थी को सुलझाने के लिए सिमरिया एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी के नेतृत्व में एक एसआईटी की टीम का गठन किया गया था।

टीम ने मामले की हर पहलुओं पर गहनता से जांच करते हुए 48 घंटों के भीतर मामले का उद्भेदन करते हुए आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस अभियान में लावालोंग थाना प्रभारी बमबम कुमार सिमरिया थाना प्रभारी विवेक कुमार पुलिस अवर निरीक्षक रोहित कुमार व पुलिस अवर निरीक्षक विकास सेठ के साथ सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।

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