Jharkhand: चंदनकियारी थाना प्रभारी मुकेश कुमार के खिलाफ एक बड़ा आरोप लगाया गया है। जिसमें दावा किया गया है कि उन्होंने शमशाद अंसारी नाम के एक छात्र को बुलाया और उसके साथ हिंसक मारपीट की। सीएचसी ले जाने पर वह घायल हो गया। डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए सदर अस्पताल भेज दिया। जहां उसका इलाज चल रहा है। पीड़ित परिवार ने पुलिस से स्थिति को देखने और उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। दूसरी तरफ, शमशाद के परिजनों के आरोपों से उल्टी कहानी बताते हुए पुलिस मारपीट किए जाने से साफ इनकार कर रही है।
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार चंदनकियारी पुरुलिया रोड निवासी शमशाद की बाइक वाहन जांच के दौरान जब्त कर ली गई थी। बाइक देने के नाम पर उसे थाना बुलाया गया और उसके साथ मारपीट की गई। शमशाद के पिता ने बताया कि मंगलवार को शमशाद अपने दोस्त शमसुद्दीन और रेहान अंसारी के साथ कॉलेज से लौट रहा था। बाइक चेकिंग के दौरान तीनों को पुलिस ने रोका और कागजात की मांग की। इसी दौरान एक पुलिस वाले ने अभद्र भाषा में शमशाद से गाली गलौज की। वह इसका विरोध करते हुए मौके से भाग गया। पुलिस ने बाइक जब्त की।
बुधवार को दो युवक बाइक छुड़ाने थाने गए तो थाना प्रभारी ने शमशाद को बुलाने की बात कही। जब शमशाद थाने पहुंचा तो थाना प्रभारी ने उसे बगल के कमरे में ले जाकर बेरहमी से उसकी पिटाई कर दी। शमशाद ने बताया इस दौरान उसके गले का ताबीज थाना प्रभारी ने तोड़ कर फेंक दिया।
पुलिस का क्या कहना है?
इधर, थाना प्रभारी ने किसी भी तरह की मारपीट से इनकार किया है। एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने बताया कि वाहन चेकिंग के दौरान युवक ने एक उम्रदराज पुलिस अधिकारी के साथ गाली गलौज की थी। उसके बाद मौके से फरार हो गया था। पिता लालू अंसारी बाइक छुड़ाने के लिए थाने आए थे। तभी तीनों छात्रों को थाने बुलाने को कहा गया था। जब शमशाद से गाली गलौज किए जाने की बात पूछी गई तो उसने स्वीकार भी किया। उसने लिखित आवेदन देकर गलती स्वीकार की और घर चला गया। इस बीच मारपीट की बात है, तो इसकी जांच की जाएगी।