Uttrakhand: झारखंड (Jharkhand) के पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के हरभोंगा गांव में होली के दिन एक मामा ने पारिवारिक विवाद के चलते अपनी नाबालिक भतीजी की गला रेत कर हत्या कर दी। हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए संदिग्ध मामा ने घटना के बाद शव को फंदे से लटका दिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी छोटन पांडेय ने पहले अपनी 14 साल की भतीजी की गला दबाकर हत्या कर दी। घटना को आत्महत्या साबित करने के लिए उसे फांसी पर लटका दिया गया। नाबालिक लड़की का शव उसके नाना के घर के बगल स्थित गौशाला में मिला था। घटना के बाद से आरोपी गायब है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस के अनुसार, किशोरी के पिता देवकुमार पांडेय और उसके मौसेरे मामा छोटन पांडेय के बीच लंबे समय से आपसी रंजिश के साथ-साथ संपत्ति बंटवारे का विवाद चल रहा था। इसी के चलते वारदात को अंजाम दिया गया।
गांव विशुनपुरा गढ़वा की घटना
होली के दिन पूजा-पाठ करने के लिए देवकुमार पांडेय अपनी पत्नी के साथ पैतृक गांव विशुनपुरा गढ़वा गए हुए थे क्योंकि देवकुमार अपनी पत्नी और बच्चे के साथ हरभोंगा स्थित अपने ससुराल में ही रहते है। इस स्थिति का फायदा उठाकर देवकुमार के मौसेरे साले छोटन पांडेय ने 14 वर्षीया नाबालिग लड़की को हरिवंश दीक्षित के गौशाला में ले जाकर बड़ी निर्ममता से पहले उसकी गला दबा कर हत्या कर दी, फिर आत्महत्या साबित करने के लिए शव को गौशाला में ही फंदे से लटका दिया।
पुलिस ने बताया कि कुछ देर बाद देवकुमार की मौसेरी सास और परिवार के अन्य लोगों को जब घटना की भनक लगी, तो वह किशोरी को फंदे से उतारकर घर ले गए तब तक उसकी मौत हो गयी थी। चैनपुर के थाना प्रभारी उदय कुमार गुप्ता ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस दल को मौके पर भेजा गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीराय अस्पताल में पहुंचाया गया है।
थाना प्रभारी ने बताया कि जांच में हत्या की पुष्टि हुई है। घटना के बाद से आरोपी छोटन पांडेय फरार है। इस संबंध में देवकुमार पांडेय ने मामला दर्ज कराया है।