Jharkhand: महाशिवरात्रि प्रवेश द्वार बनाने को लेकर दो समुदायों में विवाद

पांकी के राहेवीर पहाड़ी पर स्थित शिव मंदिर में हर साल महाशिवरात्रि धूमधाम से मनाई जाती है।

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झारखण्ड: पलामू जिले के पांकी इलाके में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) से पहले प्रवेश द्वार बनाने को लेकर दोनों समुदायों में विवाद हो गया। विवाद बाद में सांप्रदायिक हिंसा के रूप में बदल गया। जिसमें दोनों समुदायों के बीच पत्थरबाजी हुई हुई। घटना के एक दिन बाद गुरुवार को भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इलाके में अभी धारा 144 लागू है।इस हालत को देखते हुए हर जगह पुलिस कर्मी तैनात है। वही इस मामले के बाद कई नेताओ के भी बयान सामने आये है।

ऐसे शुरू हुआ विवाद

पांकी के राहेवीर पहाड़ी पर स्थित शिव मंदिर में हर साल महाशिवरात्रि (Mahashivratri) धूमधाम से मनाई जाती है। महाशिवरात्रि (Mahashivratri) की तैयारी के तहत मंगलवार शाम कुछ लोग बांस-बल्ली और कपड़ा लेकर स्थानीय चौक पर पहुँच गए। चौक के सामने ही एक अन्य धर्मस्थल भी है।

चौक पर तोरणद्वार बनाने पहुँचे लोगों को वहाँ मौजूद दूसरे पक्ष के लोगों ने कहा कि यहाँ हमारा धर्मस्थल है इसलिए तोरणद्वार यहां नहीं बनाएं। इसके बाद बिना तोरणद्वार बनाए ही वो लोग वापस लौट गए। बुधवार सुबह फिर से उसी जगह तोरणद्वार बनाने को लेकर विवाद शुरू हो गया।

इस घटना में पुलिस के 4-5 जवान घायल हो गए हैं

धीरे- धीरे यह मामला इतना बढ़ गया कि, सुबह साढ़े आठ बजे तक दोनों पक्षों से पत्थरबाजी शुरू हो गई । इसी दौरान कुछ उपद्रवियों ने आसपास की कुछ दुकानों को आग लगा दी। पलामू के पुलिस महानिरीक्षक राज कुमार लाकड़ा के मुताबिक, उपद्रवियों ने पत्थरबाजी, आगजनी की घटना की और दो-तीन घर आशिंक रूप से जलाया है।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की कई टीमें मौके पर पहुँची। इस दौरान झड़प में दो पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया। इस घटना में पुलिस के 4-5 जवान घायल हो गए हैं और एसडीओपी भी घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, पूरी घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ है।

पुलिस ने सरकार से इंटरनेट बंद करने का अनुरोध किया

हिंसा की स्थिति देखते हुए पलामू पुलिस ने पूरे कस्बे में धारा 144 लागू कर दी। पुलिस ने सरकार से इंटरनेट बंद करने का अनुरोध किया जिसके बाद राज्य के गृह विभाग ने आदेश भी दिया। टेलीकॉम कंपनियों को 16 फरवरी की शाम चार बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रखने को कहा गया है।

पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया, “अभी हम संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षाबल तैनात कर रहे हैं। अन्य स्थानों पर पेट्रोलिंग कर रहे हैं। उपद्रवियों की पहचान कर गिरफ्तारी की कार्रवाई जारी है। जानकारी के मुताबिक अभी तक 5-6 गिरफ्तारियां हुई हैं। FIR भी दर्ज की जा रही है।”

हिंसा के लिए सीधे तौर पर आरएसएस दोषी है: असदुद्दीन ओवैसी

पलामू हिंसा को लेकर अब सियासी बयानबाजी भी होने लगी है। एआईएआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि, हिंसा के लिए सीधे तौर पर आरएसएस दोषी है। पलामू हिंसा को साजिश के तहत अंजाम दिया गया है। साथ ही कहा कि, हेमंत सरकार भी इस हिंसा के लिए समान रूप से दोषी है। समय रहते सरकार और प्रशासन ने एक्शन नहीं लिया जिसकी वजह से वहाँ हालात बिगड़े।

बीजेपी ने भी सोरेन सरकार पर साधा निशाना

उधर बीजेपी ने भी सोरेन सरकार पर हमला बोल दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया, “पांकी में शिवरात्रि का तोरणद्वार लगाने से रोकने और हिंदुओं व पुलिसवालों को निशाना बनाकर हमला किया गया है। कई पुलिसवाले घायल हैं। पूरा क्षेत्र अशांत है। अब क्या हिंदुओं को त्योहार मनाने और अपनी परंपराओं को निभाने के लिए भी अदालत की शरण में जाना पड़ेगा? मुख्यमंत्री जी जहर की खेती करने वालों को पोषण देना बंद करिए।”