इज़राइल और हमास के बीच युद्ध तीन सप्ताह से अधिक हो चुके हैं। इस बीच हमास ने अब तक इस्राइल से बंधक बनाकर गाजा में रखे गए लोगों को रिहा नहीं किया है। कतर की मध्यस्थता के कारण अब तक हमास द्वारा केवल चार बंधकों को मुक्त किया गया है। वहीं, आगे बंधकों को छोड़ने के लिए इस्राइल के आगे कई शर्तें रख दी हैं। इस बीच इस्राइल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने आरोप लगाया है कि हमास बंधकों के जरिए मनोवैज्ञानिक खेल खेलने की कोशिश कर रहा है।
गैलांट की ओर से इस्राइली बंधकों के परिजनों के लिए जारी बयान में कहा गया, “हमास की तरफ से जो कहानियां सामने आ रही हैं, वह उनका मनोवैज्ञानिक खेल है। वह उन सबका इस्तेमाल कर रहा है, जो हमारे करीबी हैं। वे दर्द को और दबाव को अच्छी तरह जानते हैं।”
गौरतलब है कि हमास ने शनिवार को ही बंधकों की रिहाई के लिए अपनी मांग आगे रखी थी। गाजा में हमास के नेता याह्या सिनवर ने कहा था कि हमास इस्राइली जेलों में बंद फलस्तीनी कैदियों के बदले इस्राइल के साथ तुरंत बंधकों की अदला-बदली के लिए तैयार है।
गाजा में बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों ने शनिवार को तेल अवीव में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थी, जिसमें बंधकों की तस्वीर थी और लिखा था- उन्हें अभी घर लाओ। विरोध प्रदर्शन के बाद नेतन्याहू ने टीवी पर भाषण दिया। उन्होंने कहा कि सरकार बंधकों की घर वापसी के लिए प्रतिबद्ध है। वे बंदियों को घर लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। नेतन्याहू ने कहा कि इस्राइली अधिकारी बंधकों की घर वापसी के लिए हर विकल्प अपनाएंगे।
नेतन्याहू ने बताया था कि इस्राइली सेना ने गाजा में जमीनी हमले शुरू कर दिए हैं। यह लड़ाई लंबी और कठिन होगी। नेतन्याहू ने तेल अवीव के किर्या में हमास की ओर से बंधक बनाए गए लोगों के परिवार के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए हर प्रयास किया जाएगा। हमास ने 200 से अधिक लोगों को बंधक बनाया है। इस्राइल ने हमले रोकने और बंधकों के बदले उसकी जेलों में बंद फलस्तीनियों को रिहा करने के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया है। लोगों को सुरक्षित घर लाने के लिए सब कुछ किया जाएगा।