सेंजर वाहनों की बिक्री में 8.4 प्रतिशत तिपहिया वाहनों में 41.5 प्रतिशत दोपहिया वाहनों में 13.3 प्रतिशत और कमर्शियल वाहनों में मामूली 0.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पैसेंजर वाहन सेगमेंट ने 4.2 मिलियन घरेलू (8.4 प्रतिशत की वृद्धि) और 0.7 मिलियन निर्यात सहित लगभग 5 मिलियन यूनिट की कुल बिक्री के साथ वृद्धि का नेतृत्व किया। आइए सेल्स रिपोर्ट के बारे में जान लेते हैं। इंडियन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने वित्त वर्ष 2023-24 में 12.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ संतोषजनक प्रदर्शन दर्ज किया है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 के दौरान कुल घरेलू बिक्री 2.12 मिलियन यूनिट से बढ़कर 2.38 मिलियन यूनिट हो गई।
Passenger Vehicle सेगमेंट की बल्ले-बल्ले
अलग-अलग सेगमेंट की बात करें, तो पैसेंजर वाहनों की बिक्री में 8.4 प्रतिशत, तिपहिया वाहनों में 41.5 प्रतिशत, दोपहिया वाहनों में 13.3 प्रतिशत और कमर्शियल वाहनों में मामूली 0.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।पैसेंजर वाहन सेगमेंट ने 4.2 मिलियन घरेलू (8.4 प्रतिशत की वृद्धि) और 0.7 मिलियन निर्यात सहित लगभग 5 मिलियन यूनिट की कुल बिक्री के साथ वृद्धि का नेतृत्व किया। दोपहिया वाहन सेगमेंट ने घरेलू बिक्री में 13 प्रतिशत से अधिक की शानदार वृद्धि के साथ लगभग 18 मिलियन यूनिट तक रिकवरी जारी रखी है, हालांकि 2018-19 में 21 मिलियन यूनिट के पहले शिखर से अभी भी कम है।
कमर्शियल वाहन उद्योग का क्या हाल?
घरेलू कमर्शियल वाहन उद्योग में 9.7 मिलियन यूनिट की मामूली वृद्धि हुई और इसके भीतर, सीएनजी सेगमेंट में गिरावट के कारण लाइट कमर्शियल व्हीकल्स में कुछ गिरावट का अनुभव किया गया। तिपहिया उद्योग की बात करें तो ये 2018-19 में 0.7 मिलियन यूनिट के पिछले शिखर के लगभग करीब है।
एक्सपोर्ट में आई कमी
वाहनों के निर्यात की बात करें तो, पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान वाणिज्यिक वाहनों, दोपहिया और तिपहिया वाहनों में भारी गिरावट के साथ कुल निर्यात दबाव में रहा, हालांकि यात्री वाहनों में मामूली वृद्धि हुई है। पिछली तिमाही में अच्छी रिकवरी देखी गई, खासकर दोपहिया वाहनों के लिए, जो चालू वर्ष के लिए बेहतर संभावनाओं का संकेत देता है।