गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने भारत फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) आ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, गणतंत्र दिवस की समारोह में शामिल होने के लिए उन्हें निमंत्रित किया गया है। इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमैनुअल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) की मुलाकात जुलाई में हुई थी। उस दौरान बैस्टिल डे परेड में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) फ्रांस गए थे। प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को बैस्टिल दिवस समारोह में सम्मानित अतिथि के तौर पर बुलाया गया था।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) के निमंत्रण पर भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने फ्रांस का दौरा किया था। पीएमओ ने एक बयान में कहा, भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर, एक सैन्य बैंड के नेतृत्व में 241 सदस्यीय त्रि-सेवा भारतीय सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने भी परेड में भाग लिया। भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व पंजाब रेजिमेंट ने किया था, उसके बाद राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट भी इसका हिस्सा बनी।
वही दोनों नेताओं ने भारत में उत्पादन के डिजाइन और विस्तार में साझेदारी के माध्यम से रक्षा सहयोग को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और रक्षा औद्योगिक रोडमैप को शीघ्र अंतिम रूप देने का आह्वान किया। अब भारत ने मैक्रॉन को मुख्य अतिथि के तौर पर गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आमंत्रित किया है। यह खासकर छठी बार है, जब कोई फ्रांसीसी नेता राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
इमैनुअल मैक्रॉन से पहले, पूर्व फ्रांसीसी प्रधानमंत्री जैक्स शिराक 1976 और 1998 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे और पूर्व राष्ट्रपति वालेरी गिस्कार्ड डी-एस्टिंग, निकोलस सरकोजी और फ्रेंकोइस ओलांद क्रमशः 1980, 2008 और 2016 में मुख्य अतिथि थे। भारत और फ्रांस रक्षा, अंतरिक्ष, नागरिक परमाणु, व्यापार, निवेश, शिक्षा, संस्कृति और लोगों से लोगों के संबंधों समेत विभिन्न क्षेत्रों में एक दूसरे का निकटता से सहयोग करते हैं।