ओडिशा में चल रहे हॉकी विश्व कप (Hockey World Cup) में भारत ने जीत के साथ शुरुआत की है। उसने स्पेन को पहले मैच में 2-0 से हरा दिया। भारत के लिए मैच में अमित रोहिदास और हार्दिक सिंह ने गोल किया। भारत का दूसरा मैच अब (रविवार) 15 जनवरी को इंग्लैंड के खिलाफ होगा। इंग्लैंड ने अपने पहले मैच में वेल्स को 5-0 से हराया था। भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने ट्वीट कर भारतीय हॉकी टीम को जीत की बधाई दी।
भारत की शानदार जीत
भारत ने हॉकी विश्व कप (Hockey World Cup) के अपने पहले मैच में स्पेन को 2-0 से हरा दिया। पूल डी में टीम इंडिया ने इस जीत के साथ ही दूसरा पायदान हासिल कर लिया। इंग्लैंड ने इससे पहले वेल्स को 5-0 से हराया था। वह बेहतर गोल अंतर के कारण पहले स्थान पर है। टीम इंडिया के लिए अमित रोहिदास और हार्दिक सिंह ने दो बेहतरीन गोल किए। अमित रोहिदास को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
भारत की मैच में शुरुआत धीमी थी। शुरुआती पांच मिनटों तक स्पेन ने टीम इंडिया को काफी छकाया, लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा भारत ने मैच में पकड़ बनानी शुरू कर दी। इसका फायदा 11वें मिनट में टीम इंडिया को मिला। भारत को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन उस पर गोल नहीं आ सका। अगले ही मिनट में दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला। इस पर अमित रोहिदास ने शानदार गोल कर टीम इंडिया को 1-0 से आगे कर दिया।
भारत ने 26वें मिनट में दूसरा गोल किया। हार्दिक सिंह ने चार खिलाड़ियों को छकाते हुए जबरदस्त गोल किया। उनका यह गोल लंबे समय तक याद रखा जाएगा। इस हॉकी विश्व कप (Hockey World Cup) में भारत का यह पहला फील्ड गोल है। हार्दिक स्पेन के सर्कल में गेंद को लेकर आगे बढ़ रहे थे। वह गोलपोस्ट के करीब खड़े ललित उपाध्याय को गेंद देना चाहते थे, लेकिन स्पेन के डिफेंडर से लगकर गेंद गोलपोस्ट में चली गई। हार्दिक ने टीम इंडिया को 2-0 की बढ़त दिला दी। इसके बाद भारत ने कोई गोल नहीं किया।
भारत ने गवाए पेनल्टी कॉर्नर
भारतीय टीम मैच में मिले चौथे पेनल्टी कॉर्नर को गोल में नहीं बदल सकी। भारत ने 43वें मिनट में भी एक पेनल्टी कॉर्नर बर्बाद किया। इस तरह टीम इंडिया ने अब तक पांच में से चार पेनल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं किया।
कृष्ण पाठक की शानदार गोलकीपिंग
कृष्ण पाठक ने मैच में शानदार गोलकीपिंग का प्रदर्शन किया। दूसरे क्वार्टर में स्पेन को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। 24वें मिनट में स्पेन की टीम गोल नहीं कर सकी। भारतीय गोलकीपर कृष्ण पाठक ने शानदार बचाव किया। उन्होंने अपनी स्टिक से गेंद की दिशा को मोड़ दीया ।
48 साल बाद पदक जीतने पर टीम इंडिया की नजर
अपने पहले मैच में शानदार जीत से भारत की टीम ने अपने इरादे जता दिए है। टीम इंडिया अपनी मेजबानी में हो रहे टूर्नामेंट में 48 साल बाद पदक जीतने का लक्ष्य लेकर उतरी है। अगर वह इस बार पदक जीतने में सफल रहती है तो आठ बार की ओलंपिक चैंपियन टीम का फिर से विश्व हॉकी में दबदबा बनने की संभावना मजबूत होगी। भारत ने अब तक तीन पदक जीते हैं। एक पदक शुरुआती संस्करण 1971 में जीता था। दूसरा पदक 1973 में जीता था। अजित पाल सिंह के नेतृत्व में 1975 में भारतीय टीम तीसरी बार चैंपियन बनी थी।
दोनों टीमों के खिलाड़ियों की सूचि :
भारत: भारतीय टीम में पीआर श्रीजेश, कृष्णा पाठक, जरमनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), वरुण कुमार, अमित रोहिदास (उपकप्तान), नीलम संजीप सेस, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, विवेक सागर प्रसाद, आकाशदीप सिंह मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, अभिषेक, सुखजीत सिंह आदि शामिल थे ।
स्पेन: स्पेन की तरफ से एंड्रियास रफी, एलेजांद्रो अलोंसो, सीजर क्यूरील, ज़ावी गिस्पर्ट, बोर्जा लाकाले, अलवारो इग्लेसियस, इग्नासियो रोड्रिग्ज, एनरिक गोंजालेज, जेरार्ड क्लैप्स, एंड्रियास रफी, जोर्डी बोनास्त्रे, जोकिन मेनिनी, मारियो गारिन (जीके), मार्क रेने, मार्क मिरालेस (कप्तान) , पेपे कुनील, मार्क रिकसेन्स, पाउ कुनील, मार्क विजकैनो आदि खिलाडी मैदान पर उतरे ।